समग्र समाचार सेवा
देहरादून , 21 फरवरी।
प्रेस विज्ञप्ति/ 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा करने वाली मोदी की सरकार ने महंगाई से जनता की कमर तोड़ दी है। देश मे पेट्रोल, डीजल तथा रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे है जनता में त्राहि-त्राहि मची है। लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। भाजपा सरकार जब से सत्ता में बैठी है, तबसे महंगाई ,बेरोजगारी चरम स्तर पर है। बीते दो माह से रसोई गैस की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि कर भाजपा सरकार ने अपना गरीब विरोधी चरित्र साबित किया है।
एक ओर जनता कोरोना के चलते आर्थिक तंगी ,बेरोजगारी से गुजर रही है,वही दूसरी तरफ महंगाई इतनी बढ़ा दी है कि आम नागरिक सोचने को विवश है। पेट्रोल और डीजल के दामों में बेहताशा बढ़ोत्तरी से खाद्य पदार्थो की कीमतें बढ़ेगी व वाहनों के किराये में वृद्धि से आम जनता पर महंगाई की मार पड़ेगी।
विदित है कि पिछले एक वर्ष में पेट्रोल व डीजल के दामों में 21 बार बढ़ोत्तरी हुई हुई है।इससे स्पष्ट होता है कि केंद्र में भाजपानीत मोदी सरकार तेल कंपनियों के आगे नतमस्तक कर के बैठी है। महंगाई को रोकने में लाचार केंद्र की सरकार महंगाई व भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सत्तासीन हुई थी। लेकिन महंगाई को रोकने को लिये कोई कारगर कदम नही उठा पाई।
उक्रांद महंगाई की रोकथाम न करने का सरकार की घोर निंदा करता है। तथा बढ़ती महंगाई को रोकने के लिये केंद्र सरकार कारगर कदम उठाए।
पुतला दहन महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी के नेतृत्व में द्रोण चौक में फूंका गया।
इस अवसर पर श्री लताफत हुसैन, जय प्रकाश उपाध्याय,अशोक नेगी,किरन रावत कश्यप,मिनांक्षी सिंह, डॉक्टर वीरेंद्र रावत,प्रेम सिंह रावत,जब्बर सिंह पावेल,अनिल डोभाल,हेमंत नेगी,दिनेश नेगी,पीयूष सक्सेना,अंजू चौहान,रूबी खान,शबनम,विवेक कुमार,दीपक रावत,सुमित डंगवाल आदि थे।
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