समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,7जनवरी। केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को नई दिल्ली में वाई-20 समिट इंडिया के पूर्वावलोकन कार्यक्रम में वाई-20 समिट की थीम, लोगो और वेबसाइट लॉन्च की। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव श्रीमती मीता आर. लोचन और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। भारत पहली बार वाई-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस आयोजन के दूसरे सत्र में “कैसे भारत अपनी युवा आबादी का एक महाशक्ति बनने के लिए उपयोग कर सकता है” पर पैनल चर्चा भी आयोजित की गई।
अपने संबोधन के दौरान श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन में 43 प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुख एक साथ होंगे, जी-20 में यह संख्या अब तक की सर्वाधिक है। इस साल सितंबर में मुख्य शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित होगा। जी-20 में दो समानांतर ट्रैक: फाइनेंस ट्रैक और शेरपा ट्रैक होते हैं। शेरपा ट्रैक 13 वर्किंग ग्रुप, 2 इनिशिएटिव -रिसर्च इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग (आरआईआईजी) और जी-20 एम्पॉवर, और विभिन्न एंगेजमेंट ग्रुप के इनपुट की देखरेख करता है। यूथ-20 या वाई-20 एंगेजमेंट ग्रुप का एक हिस्सा है। यह जी-20 देशों के नागरिक समाजों, सांसदों, थिंक टैंक, महिलाओं, युवाओं, श्रमिकों, व्यवसायियों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाता है।”
श्री ठाकुर ने कहा, “विश्व की अर्थव्यवस्था और मानवता का भविष्य युवाओं के हाथों में है, आज के युवा एक डिजिटल, वैश्वीकृत और लगातार विकसित दुनिया में पैदा हुए हैं, जो अनिश्चितता, अपार गति, क्षमता और असीम संभावनाओं से भरी है! युवा लोग वर्तमान में हितधारक हैं और कल के निर्माता हैं। हमने आत्मनिर्भर भारत और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना के साथ सभी क्षेत्रों में प्रगति की है। देश में एक स्टार्ट-अप क्रांति आई है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि युवाओं को वही भविष्य विरासत में मिलेगा, जिसका वे निर्माण करेंगे।”
श्री ठाकुर ने विस्तार से बताते हुए कहा, “वाई-20 शिखर सम्मेलन युवाओं को रचनात्मक नीति संबंधी इनपुट प्रदान करने और विश्व भर के दर्शकों को अपनी बात रखने के लिए मंच का उपयोग करने का एक अनूठा अवसर है। यूथ 20 इंडिया समिट विशेष रूप से सामाजिक विकास के क्षेत्र में अभिनव, टिकाऊ और कार्रवाई योग्य समाधानों पर विचार करने, चर्चा करने एवं हल निकालने के लिए जी-20 देशों में हमारी भावी पीढ़ियों के ट्रस्टियों को एक साथ लाता है। वाई-20 शिखर सम्मेलन में, भारत न केवल अपनी बात रखेगा; बल्कि दुनिया भर के युवाओं को अपनी बात रखने का अवसर भी प्रदान करेगा, जिसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में उन युवा नेताओं के बीच सुना जा सकता है जो भविष्य के लिए बैटन के साथ तैयार हैं।
श्री अनुराग ठाकुर ने वाई-20 के विषयों यानी i) काम का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21 वीं सदी के कौशल, ii) जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना, iii) शांति कायम रखना और सुलह: युद्ध रहित युग में प्रवेश, iv) साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा एवं स्वास्थ्य, भलाई और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा के बारे में भी बात की। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने कहा कि वाई-20 शिखर सम्मेलन के ये प्राथमिकता वाले क्षेत्र उस तात्कालिकता की ओर इशारा करते हैं जिसके साथ दुनिया को बदलते समय की वास्तविकता से सामंजस्य बिठाना है।
श्री ठाकुर ने कहा, “यह शिखर सम्मेलन युवाओं और दुनिया को समान रूप से हमारे विकसित होने के तरीके को आकार देने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। मुझे आशा है कि आप वाई-20 अवसर का उपयोग खुद को शिक्षित करने के लिए भी करेंगे और यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेंगे कि आप जी-20 नेताओं के सामने अंतत: जो घोषणा प्रस्तुत करते हैं, वह दुनिया के सभी युवाओं- ग्रामीण और शहरी, विकसित और विकासशील देशों की आशाओं व सपनों को पूरा करती है। यूथ-20 युवाओं की आवाज को बुलंद करने का एक शानदार तरीका है। दुनिया आपको बहुत ध्यान से सुन रही होगी। मेरा दृढ़ विश्वास है कि आप भविष्य के ट्रस्टी हैं जो शांति बनाए रखेंगे, लैंगिक समानता सुनिश्चित करेंगे, जलवायु परिवर्तन में कमी लाएंगे, अंतर-सांस्कृतिक विविधता फैलाएंगे, जुनून के साथ नवाचार करेंगे और जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, बेहतर होंगे।
श्री ठाकुर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि युवा दुनिया की जरूरतों को बदलने वाले एजेंट हैं, जहां ए का अर्थ है: आप जिस कारण में विश्वास करते हैं, उसकी वकालत करें, जी का अर्थ है: गो-ग्रीन और एक स्थायी जीवन शैली को अपनाना, ई का अर्थ है: समानता और समावेशिता – सुनिश्चित करना कि आप जिस स्थान पर हैं, वे विविधतापूर्ण, अंतर-पीढ़ीगत, समावेशी हैं, एन का अर्थ है: अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का पोषण करना, टी का अर्थ है: टेक-इनोवेशन- उद्यमशीलता की भावना को बढ़ाने के लिए सामाजिक भलाई और मानवता की बेहतरी के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव श्रीमती मीता आर. लोचन ने कहा कि हमारी अध्यक्षता के दौरान वाई-20 द्वारा की जाने वाली गतिविधियां वैश्विक युवा नेतृत्व और साझेदारी पर केंद्रित होंगी। अगले 8 महीनों के लिए, मुख्य युवा-20 शिखर के पूर्व भारत के राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों में विभिन्न चर्चाओं और सेमिनारों के साथ-साथ वाई-20 के पांच विषयों पर प्री-समिट होंगे।
भारत के लिए, जी-20 की अध्यक्षता करना “अमृतकाल” की शुरुआत का भी प्रतीक है, 15 अगस्त, 2022 को इसकी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ से शुरू होने वाली 25 साल की अवधि, इसकी स्वतंत्रता की शताब्दी तक, एक भविष्यवादी, समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज, जिसके मूल में मानव-केंद्रित दृष्टिकोण है। वसुधैव कुटुम्बकम के विचार को मूर्त रूप देते हुए समग्र कल्याण सुनिश्चित करने के लिए भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यावहारिक समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
Comments are closed.