भारत माता का वर्तमान मानचित्र बनाने का विराट काम लौह पुरुष सरदार पटेल ने किया था- अमित शाह

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,  1नवंबर।  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर नई दिल्ली में लौहपुरुष सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की।

गृह मंत्री ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित एकता दौड़ को फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना, विदेश राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी और केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय, श्री अजय कुमार मिश्रा और श्री निशिथ प्रमाणिक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अमित शाह ने उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई>
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आज हमारे देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का 148वां जन्मदिन है औऱ पूरा देश 2014 से हर वर्ष इस दिन को एकता दिवस के रूप में मना रहा है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद अंग्रेज भारत को खंडित छोड़कर गए थे, और उस वक्त 550 से अधिक रियासतों को कुछ ही दिनों में एकता के सूत्र में पिरोकर भारत माता का वर्तमान मानचित्र बनाने का एक विराट काम लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था। श्री शाह ने कहा कि ये सरदार पटेल के दृढ़ निश्चय, राष्ट्र के प्रति कर्तव्यपरायणता और लौह इरादों का परिणाम है कि आज भारत आज़ादी के 75 वर्षों के बाद दुनिया के सामने सम्मान के साथ खड़ा है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर से लक्षद्वीप तक फैले इस विशाल देश को एक करने में सरदार पटेल जी का अविस्मरणीय योगदान था और ये देश कभी उनके ऋण को नहीं चुका सकता। उन्होंने कहा कि इसी कारण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केवड़िया में सरदार पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर उन्हें उचित सम्मान देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश एकता दौड़ और राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ के माध्यम से अपने आप को फिर से एक बार देश की एकता और अखंडता के प्रति पुनर्समर्पित करता है।

अमित शाह ने कहा कि इस एकता दिवस का अपने आप में एक ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि ये आज़ादी के अमृत महोत्सव के बाद शुरू होने वाले अमृतकाल का पहला एकता दिवस है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की जनता का आह्वान किया है कि आज़ादी के 75वें से 100वें वर्ष के बीच के 25 साल संकल्प से सिद्धि के 25 साल हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि हमें ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लेना है कि देश की आज़ादी की शताब्दी के समय दुनिया में हर क्षेत्र में हम सर्वप्रथम हों। श्री शाह ने कहा कि देश के 130 करोड़ लोगों को ये संकल्प लेना है और इन संकल्पों को सिद्ध करने का सामूहिक पुरुषार्थ एकता दिवस की शपथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर ये संकल्प लें कि आने वाले 25 सालों में भारत को विश्व में सर्वप्रथम बनाएं और सरदार पटेल के स्वप्न को साकार करने के लिए समर्पित भाव से काम करें।

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