केजरीवाल सरकार को विरोध दर्ज करना पड़ा भारी, ऑक्सीजन की कमी से मौतों हलफनामें वायरल

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22जुलाई। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से होनें वाली मौतों के दावे पर एक बार फिर से हंगामा मचा हुआ है। जी हां मंगलवार को मोदी सरकार ने राज्यसभा में जानकारी दी थी कि देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की नहीं हुई है औऱ यही राज्य सरकारों द्वारा भेजे गए रिपोर्ट के अनुसार ही कहा गया है।
अब विफक्ष भी कहा चुप रहने वाले थे। इस बयान के बाद से विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया है। अब विरोध की इस कडी में दिल्ली सरकार कहां चुप रहने वाली थी। दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस मामलें में अपनी हाजिरी दर्ज कराई औह कहा कि केंद्र सरकार ने संसद में बड़ी ही बेशर्मी से झूठ बोला है कि देश में ऑक्सीजन से कोई मौत नहीं हुई। सिसोदिया ने यहां तक कहा कि, दिल्ली सरकार ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की जांच कराएगी जिससे सच सबके सामने आ सके। एक तरफ तो सिसोधिया यह बयान देकर है ऐसा लगता है कि वह केजरीवाल सरकार उस दावे से अनजान है जिसे इससे पहले कोर्ट में केजरीवाल सरकार ने दिया है। जिसके मुताबिक दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है।
ऐसे में अब भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार को आईना दिखाने की कोशिश की है।

बता दें कि उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “मई 2021 में दिल्ली सरकार द्वारा गठित की गई 4 सदस्यीय समिति ने जो इनपुट दिए थे उसके आधार पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था। जिसमें केजरीवाल सरकार ने कहा था कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है।

गौरतलब है कि ऑक्सीजन की कमी से मौतों को लेकर केजरीवाल सरकार के हलफनामें के वायरल होने से खुद केजरीवाल सरकार ही फंसती नजर आ रही है। मामला कुछ ऐसा हुआ है कि एक तरफ केजरीवाल सरकार ने कोर्ट को हलफनामे में बताया कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है तो वहीं दूसरी तरफ जब इसी बात को केंद्र सरकार ने संसद में कहा तो आप सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया इस पर सवाल उठाने लगे।

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