विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य देश की जनता को जागरूक करना है

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29दिसंबर।एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर में ‘अंत्योदय’के दृष्टिकोण के साथ अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का प्रावधान करते हुए विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान आयोजित किए जा रहे स्वास्थ्य शिविरों का कुल 2 करोड़ लोगों ने लाभ उठाया है।

देश भर में चल रही विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत, अब तक कुल 1,08,500 ग्राम पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में 2,10,24,874 लोग स्वास्थ्य सुविधाओं का फायदा उठा चुके हैं।

स्वास्थ्य शिविरों में निम्नलिखित गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं:

आयुष्मान भारतप्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेए): विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रमुख योजना के अंतर्गत, आयुष्मान ऐप का इस्तेमाल करके आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और इन्हें लाभार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से वितरित भी किया जा रहा है। चौवालीसवें दिन के अंत तक 32,54,611 से अधिक आयुष्मान कार्ड लोगों को सौंप दिए गये थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिन जिलों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया है, वहां अब तक 1,44,80,498 से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं।

तपेदिक (टीबी): तपेदिक के लिए रोगियों की जांच लक्षणों को पहचान कर, बलगम परीक्षण और जहां भी उपलब्ध हो, वहां एनएएटी मशीनों का उपयोग करके की जाती है। क्षय रोग के लिए संदिग्ध मामले को उच्च सुविधाओं वाले केंद्र में इलाज के लिए निर्दिष्ट किया जाता है। कार्यक्रम के चौवालीसवें दिन के अंत तक 80,01,825 से अधिक लोगों की जांच की गई है, जिनमें से 4,86,043 से अधिक मरीजों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भेजा गया था।

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमए) के तहत, तपेदिक या क्षय रोग से पीड़ित मरीजों को निक्षय मित्रों से सहायता प्राप्त करने के लिए उनसे सहमति ली जा रही है। निक्षय मित्र बनने के इच्छुक लोगों को भी वहां उपस्थित होकर तुरंत ही पंजीकृत किया जा रहा है। कार्यक्रम के चौवालीसवें दिन के अंत तक, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 1,40,852 रोगियों ने अपनी स्वीकृति दी है और 50,799 से अधिक नए निक्षय मित्रों का पंजीकरण किया गया है।

निक्षय पोषण योजना (एनपीवाई) के तहत, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से तपेदिक के रोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए, लंबित लाभार्थियों के बैंक खाते का विवरण इकट्ठा किया जा रहा है और उनके बैंक खातों को आधार से जोड़ा जा रहा है। चौवालीसवें दिन के अंत तक ऐसे 36,763 लाभार्थियों के विवरण को एकत्र किया गया था।

सिकल सेल रोग: प्रमुख जनजातीय आबादी वाले क्षेत्रों में एससीडी के लिए प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) परीक्षणों के माध्यम से या घुलनशीलता परीक्षण के माध्यम से सिकल सेल रोग (एससीडी) का पता लगाने के लिए पात्र आबादी (40 वर्ष तक की आयु) की जांच की जा रही है। सकारात्मक लक्षण वाले रोगियों को आगे के इलाज के लिए उच्च स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जा रहा है। चौवालीसवें दिन के अंत तक, 8,51,194 से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 27,630 के लक्षणों को सकारात्मक पाया गया और फिर उन्हें उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आगे भेज दिया गया।

गैरसंचारी रोग (एनसीडी)

उच्च रक्तचाप और मधुमेह की जांच के लिए भी पात्र आबादी (30 वर्ष और उससे अधिक) की स्क्रीनिंग की जा रही है और सकारात्मक लक्षण पाए जाने पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए उच्च स्वास्थ्य केंद्रों में निर्दिष्ट किया जा रहा है। चौवालीसवें दिन के अंत तक लगभग 15,694,596 लोगों की उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए जांच की गई थी। इनमें से 7,32,057 से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप के लिए सकारात्मक होने के लक्षण मिले थे और 5,28,563 से अधिक लोगों में मधुमेह होने का पता चला था। इसके बाद 11,56,927 से अधिक लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आगे भेजा गया था।

पृष्ठभूमि:

विकसित भारत संकल्प यात्रा को प्रधानमंत्री ने 15 नवंबर को झारखंड में खूंटी से देश भर में केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभों की परिपूर्णता के लिए शुरू किया था। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत ऑन-स्पॉट सेवाओं के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के रुकने वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

29 दिसंबर 2023 तक एक लाख ग्राम पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में आयोजित हुए स्वास्थ्य शिविरों का कुल 2 करोड़ लोगों ने लाभ उठाया है

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