समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,6नवंबर। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दिव्यांगजनों के कल्याण की दिशा में सुधार एक संवेदनशील प्रतिबद्धता से प्रेरित थे और उनकी घोषणा के अनुरूप हैं। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के उन वर्गों के लिए प्रतिबद्ध होगी जिन्हें अब तक अतीत में लगातार सरकारों द्वारा उचित प्राथमिकता और ध्यान नहीं दिया गया है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के रियासी में ‘दिव्यांग सशक्तीकरण सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जिस दिन से नरेन्द्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री का पद संभाला है, उसी दिन से उन्होंने दिव्यांगों के कल्याण के लिए कुछ ठोस कदम उठाए हैं। इसमें सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में दिव्यांगों के लिए शुल्क में छूट, सीएसई उत्तीर्ण करने वाले दिव्यांगों के लिए होम कैडर के अलावा कैडर वरीयता का अतिरिक्त विकल्प, दिव्यांगों के लिए आरक्षण को 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत करना, माता-पिता के लिए दिव्यांग विशेष भत्ते में वृद्धि आदि शामिल हैं। ये उपाय सरकारी नौकरियों में दिव्यांगों के लिए पर्याप्त अवसर सुनिश्चित करने, सार्वजनिक क्षेत्र में समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देने के लिए हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि इनमें से प्रत्येक कदम एक समावेशी और न्यायसंगत समाज को बढ़ावा देने के लिए सरकार के समर्पण को दर्शाता है जहां दिव्यांगों को समान अवसर और महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं तक पहुंच प्राप्त हो।
डॉ. सिंह ने अधिक सुलभ और समावेशी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की सराहना की। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करते हुए 10 करोड़ एलपीजी सिलेंडर वितरित किए हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के प्रति सरकार के अथक समर्पण के परिणामस्वरूप देश भर में आश्चर्यजनक रूप से 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण हुआ है। यह लाखों भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि इस सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए कल्याण सहायता को दोगुना करके, इसे 27,000 से बढ़ाकर 54,000 करके एक उल्लेखनीय कदम उठाया है। यह वृद्धि उन्हें अधिक वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगी और उनकी दैनिक जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता प्रदान करेगी।
बाद में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने निःशुल्क मोबाइल आई क्लिनिक एम्बुलेंस का उद्घाटन किया। निःशुल्क मोबाइल आई क्लिनिक एम्बुलेंस स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है, जो रियासी में व्यक्तियों को व्यापक नेत्र परीक्षण, परामर्श और उपचार प्रदान करती है। इस पहल का उद्देश्य आंखों की बीमारियों को रोकना, निदान करना और प्रबंधित करना है, जो अंततः सभी के लिए बेहतर दृष्टि और जीवन की बेहतर गुणवत्ता में योगदान देगा।
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