वृहद कृषि मेले में लगे स्टॉल आकर्षण का केंद्र, उत्साह से जानकारी ले रहे हैं किसान
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर व राज्य मंत्री श्री चौधरी ने किया स्टॉल्स का अवलोकन
समग्र समाचार सेवा
मुरैना/श्योपुर/ग्वालियर, 13 नवंबर। चंबल-ग्वालियर अंचल के किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मुरैना में आयोजित 3 दिनीवृहद कृषि मेला एवं प्रदर्शनी के दौरान 143 विभिन्न स्टॉल लगाए गए हैं, जहां जाकर किसान उत्साह के साथ जानकारी हासिल कर रहे हैं। प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को उन्नत खेती व कृषि नवाचार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। प्राकृतिक खेती, नैनो यूरिया, पशु पोषक तत्व, मत्स्य पालन, जल संरक्षण, सूक्ष्म सिंचाई, फसल बीमा योजना, कृषि स्टार्टअप सहित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं।
आधुनिक खेती को ध्यान में रखते हुए कृषि के आधुनिक उपकरणों, औजारों एवं अन्य कृषि पूरक साहित्य की प्रदर्शनी को भी बड़ी संख्या में किसान देख रहे हैं। देश के विभिन्न पशु मेले में अनेक पुरस्कार प्राप्त करने वाले सुलतान और युवराज (भैंसे) मेले में विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी और मुरैना के प्रभारी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाहा के साथ मेले का भ्रमण किया और इस दौरान किसानों व स्टॉलधारकों के साथ संवाद भी किया। उन्नत खेती में नवाचार के प्रयोगों को देखते हुए इस मेले में किसान ड्रोन का प्रदर्शन भी किसानों को खूब पसंद आ रहा है।श्री तोमर नेभी किसानों को ड्रोन प्रदर्शनी देखने के लिए विशेष आग्रह किया है। प्रदर्शनी देखने के लिए दूर-दराज के इलाकों से भी किसान आ रहे हैं और कृषि उपकरणों और अन्य उत्पादों को देखकर हर्षोल्लासित हो रहे हैं।13 नवंबर को इस 3 दिनी कृषि मेला एवं प्रदर्शनी का समापन होगा।
मेले में लगाए गए मुख्य स्टॉल इस प्रकार है-भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड),कृषि स्टार्टअपकाम इंटरनेशनल ऑर्गेनिक प्रा. लि., कृषि विज्ञान केंद्रमुरैना, राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर,चंबल एग्रो फार्मर प्रोडक्शन कंपनी मुरैना, राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड,मध्य प्रदेश राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम,एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन प्रभाग, भारतीय मृदा एवं भू-उपयोग सर्वेक्षण , केंद्रीय उर्वरक गुणवत्ता नियंत्रण एवं प्रशिक्षण संस्थान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थानशिमला,केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थानझांसी, राष्ट्रीय प्राकृतिक फाइबर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थानकोलकाता,फसल प्रभाग, बाजरा विकास निदेशालय, गन्ना विकास निदेशालय,गेहूं विकास निदेशालय,कपास विकास निदेशालय,जूट विकास निदेशालय,दलहन विकास निदेशालय,एमआईडीएच प्रभाग, नारियल विकास बोर्ड, राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना प्रभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभागतमिलनाडु सरकार,केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार,केंद्रीय मवेशी अनुसंधान संस्थान, केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल,भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर, भारतीय बाजरा अनुसंधान जोधपुर, रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि वि.वि., झांसी। जैन इरिगेशन, महिंद्रा ट्रैक्टर, आयशर ट्रैक्टर, दुर्गा एग्रो आदि भीकई स्टॉल किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
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