पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली को भंग करने के मामले को लिया स्वत: संज्ञान, संसद के बाहर नारेबाजी
समग्र समाचार सेवा
इस्लामाबाद, 3 अप्रैल। इमरान खान सरकार के खिलापाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली को भंग करने के मामले को लिया स्वत: संज्ञान, संसद के बाहर नारेबाजीफ लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया है। इसके लिए उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 5 का हवाला दिया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 5 के मुताबिक यदि नेशनल असेंबली में लाए प्रस्ताव की अवधि तय समय से अधिक हो जाती है तो उसको खारिज करने का विकल्प स्पीकर के पास होता है। इस पूरे घटनाक्रम से विपक्ष बुरी तरह से तिलमिलाया हुआ है। इस बीच प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है। इसके बाद देश में एक बार फिर से चुनाव कराए जाएंगे। इस बीच, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली को भंग करने के मामले को लिया स्वत: संज्ञान लिया है। जो कोई भी अमेरिका का दोस्त है वह देशद्रोही इस्लामाबाद में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग होने के बाद पाकिस्तान की संसद के बाहर नारेबाजी चल रही है। नारेबाजी में कहा गया- “इमरान खान पाकिस्तान को बचाएंगे… जो कोई भी अमेरिका का दोस्त है वह देशद्रोही है।” आज दोपहर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के विघटन पर एक प्रश्न के जवाब में इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक बाबर इफ्तिखार ने बताया कि आज जो कुछ भी हुआ है, उसमें सेना की कोई भूमिका नहीं है। बिल्कुल भी नहीं है। इमरान ने कहा, थैंक्स स्पीकर के फैसले के बाद इमरान खान ने इस पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि वो देश की आवाम का धन्यवाद देते हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि ये अविश्वास प्रस्ताव विदेशी ताकतों की साजिश पर लाया गया था। पाकिस्तान की आवाम को तय करना चाहिए कि देश में कौन हुकूमत करेगा। पहले ही जताई जा चुकी थी ऐसी आशंका आपको बता दें कि विपक्ष ने पहले से ही इस बात की आशंका जता दी थी कि सरकार की तरफ से ऐसा भी किया जा सकता है। 25 मार्च को जब ये प्रस्ताव लाया गया था तब भी इसको लेकर विपक्ष ने अपनी आशंका जगजाहिर की थी। डिप्टी स्पीकर के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद असेंबली में जबरदस्त हंगामा चल रहा है। जियो टीवी की मानें तो सरकार के पास जहां 144 सदस्यों का समर्थन हासिल था वहीं विपक्ष के पास 199 सीटों का समर्थन हासिल था। इसको देखते हुए वोटिंग होने पर परिणाम पूरी तरह से एकतरफा ही था। वोटिंग होने की थी उम्मीद
नेशनल असेंबली में आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने की उम्मीद थी। असेंबली की कार्यवाही सुबह 11:30 बजे शुरू हुई थी। इमरान खान ने अपने सभी सांसदों, और सरकार समर्थित सांसदों को वोटिंग के दौरान नेशनल असेंबली में मौजूद रहने को कहा था। हालांकि माना जा रहा था कि इमरान अपनी कुर्सी को नहीं बचा सकेंगे। बता दें कि इससे पहले बेनेजीर भुट्टो और शौकत अजीज भी इस तरह के अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर चुके हैं। विपक्ष ने आज ही नेशनल असेंबली के स्पीकर के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव असेंबली के सचिव को दिया है। डान अखबर के मुताबिक इस पर सौ से अधिक सांसदों के हस्ताक्षर हैं। इस्लामाबाद में धारा 144 लागू इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव के परिणाम को जानते हुए ही आज इस्लामाबाद में अपने समर्थकों को जुटने की अपील की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि आज इस्लामाबाद में उनके समर्थन में एक लाख के करीब लोग जुटेंगे। ये अपनी मर्जी से यहां पर इमरान के समर्थन में आएंगे। इमरान खान ने देश के युवाओं से अपील की है कि वो विपक्ष की साजिश का हिस्सा न बनें और उनके हाथ मजबूत करें। इसको देखते हुए प्रशासन ने इस्लामाबाद में धारा 144 लगा दी है। नेशनल असेंबली के आस-पास जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सरकार ने पंजाब के गवर्नर को हटाया पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने बताया है कि केंद्र ने पंजाब के गवर्नर चौधरी मोहम्मद सरवार को उनकी विवादित पोस्ट के बाद हटा दिया गया है। उनकी जगह उमर चीमा को पंजाब का गवर्नर बनाया गया है। इससे पहले पंजाब के सीएम उस्मान बजदर ने अपना इस्तीफा दे दिया था। आज पाकिस्तान के पंजाब में नए सीएम को लेकर चर्चा होनी है। इसके बाद नए सीएम का एलान किया जाएगा। इमरान खान ने किया ट्वीट इमरान खान ने एक ट्वीट कर कहा है कि कर्बला में हुसैन साहब ने अपने परिवार को कुर्बान कर सच और झूठ का फर्क समझाया था। आज सच और झूठ के बीच की वही लड़ाई हम भी लड़ रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि वो अपनी ही पार्टी के करीब 50 सदस्यों का समर्थन खो चुके हैं। इसके अलावा एमक्यूएम-पी ने पीपीपी से डील कर ली है। इस पार्टी ने पहले इमरान सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ था। वहीं बलूचिस्तान आवामी पार्टी भी इमरान खान की पार्टी से समर्थन वापस ले चुकी है। बीएपी ने नेशनल असेंबली के स्पीकर से अपने सदस्यों के लिए विपक्ष में बैठने की जगह तक मांगी है। वहीं इमरान खान देश की सेना जो सरकार में अहम भूमिका निभाती है और जिसके इशारे पर ही कोई पद पर बैठता है, का समर्थन पूरी तरह से खो चुकी है। |
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