समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 10 मार्च। देश की सियासत में उत्तर प्रदेश की धर्मनगरियों की खूब चर्चा है। हिन्दुत्व का केंद्र माने जा रहे अयोध्या के लोग क्या राम के नाम पर सरकार बना रहे हैं। या राम के नाम पर विस्थापित हुए लोग गुस्सा जाहिर करेंगे? काशी विश्वनाथ मंदिर वाली वाराणसी दक्षिण सीट पर भाजपा अभी पीछे चल रही है, मंत्री नीलकंठ तिवारी वोटो की जंग में पिछड़ रहे हैं।
अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा की बारी
भाजपा का यह स्लोगन ब्रज के वोटर्स के मानस पर कितना असर डालेगा? ऐसे ही योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर के वोटर्स बाबाजी को फिर सीएम हाउस भेजेंगे या मठ में बुलाएंगे? प्रयागराज में युवाओं का गुस्सा इस बार किसके खिलाफ जाएगा? मतगणना के दिन पूरे देश की नजर उत्तरप्रदेश की इन धर्मनगरियों पर आ चुकी है।
आइए जानते हैं धर्मनगरियों की राजनीति
अयोध्या: यहां सदर, गोसाईगंज, बीकापुर, बिल्कीपुर और रूदौली सभी पांचों सीटों पर भाजपा का कब्जा है। रामजन्मभूमि की अयोध्या सदर पर 2012 को छोड़कर 30 साल से भाजपा का कब्जा है।
चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दे
– राजमन्मभूमि सड़क बनाने के लिए एक हजार से ज्यादा दुकानों को हटाया।
– युवाओं के रोजगार का मुद्दा।
– अयोध्या में रामजन्मभूमि का निर्माण, धार्मिक पर्यटन से रोजगार बढ़ाने का दावा
– 15 हजार छोटे मंदिरों से जुड़े लोगों के बेरोजगार होने का मुद्दा
– मथुरा को और भव्य बनाने का मुद्दा भी चुनाव में शामिल रहा।
मथुरा : यहां छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव 5 सीटें हैं। इसमें केवल मांट में बसपा है। बाकी 4 सीटें भाजपा के पास है।
चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दे
– यमुना में प्रदूषण
– बेरोजगारी
काशी : पिंडरा, अजगरा, शिवपुर, रोहनिया, वाराणसी उत्तर, दक्षिण, कैंट, सेवापुरी में 8 सीटें भाजपा व गठबंधन के पास हैं। सिर्फ अजगरा में निर्दलीय है। इस बार, हालांकि, हालात बदले हुए हैं। दक्षिण में मंदिर वाली सीट पर भाजपा उम्मीदवार को सपा के किशन दीक्षित ने मुश्किल में डाल दिया है।
चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दे
– काशी कॉरिडोर
– बुनकरों की समस्याएं
– गंगा नदी की सफाई
गोरखपुर : कैंपियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, ग्रामीण, सहजनवा, खजनी, चौरीचौरी, बांसगांव में भाजपा है। चिल्लूपार में बसपा जीती थी।
चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दे
– कानून व्यवस्था
– बेरोजगारी
– मनीष गुप्ता हत्याकांड से कानून व्यवस्था पर सवाल उठे थे।
प्रयागराज : फाफामऊ, फुलपुर, मेजा, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा में भाजपा जीती थी। कोरांव में भाजपा गठबंधन से अपना दल एस जीती थी। प्रतापपुर में बसपा, हंडिया में बसपा, करछना में सपा जीती थी।
चुनाव के दौरान प्रमुख मुद्दे
– युवाओं में भर्ती परीक्षाओं में देरी व धांधली
– अब देखना दिलचस्प है कि क्या युवाओं का वोट किधर जाएगा।
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