समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8जून। अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने आज बच्चों पर कोरोना संक्रमण के प्रभाव को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान गुलेरिया नें कहा कि विश्व या भारत का डेटा देखें तो अभी तक ऐसा कोई डेटा नहीं आया जिसमें दिखाया गया हो कि बच्चों अब संक्रमण ज्यादा गंभीर है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर आएगी इसका ज्यादा असर बच्चों पर पड़ेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया- जहां 7 मई को देश में प्रतिदिन के हिसाब से 4,14,000 मामले दर्ज किए गए थे, वे अब 1 लाख से भी कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 86,498 मामले देश में दर्ज किए गए. यह 3 अप्रैल के बाद अब तक एक दिन के सबसे कम मामले हैं।
उन्होंने कहा कि 3 मई को देश में रिकवरी रेट 81.8 फीसदी था, अब रिकवरी रेट 94.3 फीसदी हो गया है. पिछले 24 घंटों में देश में 1,82,000 रिकवरी हुई हैं. हर राज्य में अब रिकवरी की संख्या प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे मामलों की संख्या से ज्यादा है. 4 मई को देश में 531 ऐसे जिले थे, जहां प्रतिदिन 100 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे थे, ऐसे जिले अब 209 रह गए हैं।
No data, global or Indian, has had any observations of children being affected more. Even in the 2nd wave kids who were infected had mild illness or co-morbidities. I don't think we will have a serious infection in children in the future: Dr Randeep Guleria, AIIMS Director pic.twitter.com/q4w7ceurDr
— ANI (@ANI) June 8, 2021
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