पिछड़ों के वेलफेयर के लिए मंत्रालय भी होना चाहिए और जति जनगणना भी हो- अनुप्रिया पटेल

समग्र समाचार सेवा
अयोध्या,5नवंबर। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की एक महिला मंत्री ने जातीय जनगणना और पिछड़ा वर्ग कल्‍याण मंत्रालय के गठन की मांग उठा दी है. जब सता और विरोधी दलों के बीच जातीय जनगणना को लेकर पक्ष और विपक्ष में संग्राम मचा हुआ है. केंद्रीय वाणिज्‍य राज्‍य मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को पिछड़ों के कल्याण के लिए पिछड़ा वर्ग कल्‍याण मंत्रालय के गठन की मांग उठायी. इसके साथ ही उन्‍होंने जातीय जनगणना पर जोर देते हुए कहा कि जातिगत जनगणना से ही पिछड़ों-दलितों की सही स्थिति का आकलन होगा और पिछड़ों के कल्याण के लिए नीतियां तैयार होंगी.

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कुर्मी समाज से आने वालीं अनुप्रिया पटेल राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा हैं. उनके पिता डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने चार नवंबर, 1995 को अपना दल की स्थापना की थी.

अल्पसंख्यक मंत्रालय की तर्ज पर पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय का भी गठन हो
अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष पटेल ने आज शनिवार को पार्टी के स्थापना दिवस पर अयोध्या के राजपूत पैलेस में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ”पिछड़ों के कल्याण के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय की तर्ज पर पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय का भी गठन होना चाहिए. इसके अलावा अखिल भारतीय न्यायिक सेवा का गठन हो ताकि न्यायपालिका में भी दलित-पिछड़ा वर्ग के होनहार युवाओं को जज बनने का अवसर मिल सके.”

हमारी पार्टी प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी
अनुप्रिया ने कहा, ”पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की मेहनत की बदौलत आज हमारी पार्टी प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी का गौरव हासिल कर चुकी है, लेकिन हमें तीसरे स्थान से संतुष्ट होने की जरूरत नहीं. हमें पार्टी को नंबर वन बनाना है.” पार्टी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार उन्होंने आह्वान किया,”आज स्थापना दिवस के अवसर पर हमें संकल्प लेना है कि पार्टी को और ऊंचाइयों पर ले जाना है. इसके लिए हमें जन-जन तक पार्टी के विचारों एवं सिद्धांतों को लेकर जाना है, उसकी चर्चा करनी है. ”

अखिलेश यादव पर निशाना साधा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ”आज पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्‍पसंख्‍यक) का राग अलापने वाली समाजवादी पार्टी ने सदैव हमारी पार्टी को तोड़ने का कार्य किया है. समाजवादी पार्टी ने 2002 में हमारे तीन विधायकों को तोड़ लिया.”

मोदी जी के नेतृत्व में राजग ने सदैव दलित-पिछड़ों को आगे बढ़ाने का कार्य किया
प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा, ”दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राजग ने सदैव दलित-पिछड़ों को आगे बढ़ाने का कार्य किया है. प्रधानमंत्री ने डॉ. सोनेलाल पटेल जी के नाम पर प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की. उन्होंने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता दिलाया. उन्होंने मेडिकल की परीक्षा नीट में ओबीसी आरक्षण लागू करने का सराहनीय कार्य किया.”

पार्टी स्थापना काल से जाति जनगणना की मांग रही
अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना पर जोर देते हुए कहा,” दलित-पिछड़ों को दमन चक्र से मुक्त कर लोकतंत्र के सभी स्तंभों में स्थापित करने के लिए अपना दल का जन्म हुआ. पार्टी स्थापना काल से जाति जनगणना की मांग रही है. आज आजादी के 75 साल बाद भी लोकतंत्र के सभी स्तंभों में दलित-पिछड़ों की भागीदारी पर्याप्त नहीं है. जति जनगणना से ही इसकी सही स्थिति का आंकलन होगा और पिछड़ों के कल्याण के लिए नीतियां तैयार होंगी.”

कांशीराम के अनुयायी रहे अनुप्रिया के पिता 1995 में बनाई थी पार्टी
अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता और लंबे समय तक बसपा संस्थापक कांशीराम के अनुयायी रहे डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने उनसे मनमुटाव के बाद चार नवंबर 1995 को की थी. वर्ष 2009 में एक हादसे में डॉक्टर पटेल का निधन हो गया था. उनके निधन के बाद उनकी पत्‍नी कृष्णा पटेल ने पार्टी का नेतृत्व संभाला और बेटी अनुप्रिया पार्टी की महासचिव बनीं. हालांकि डॉक्टर पटेल के निधन के कुछ ही वर्षों बाद अपना दल में दो फाड़ हो गया. एक धड़े का नेतृत्व अनुप्रिया और दूसरे धड़े का नेतृत्व उनकी मां कृष्णा पटेल कर रही हैं. वर्ष 2012 में अनुप्रिया पटेल पहली बार वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं और 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने भाजपा से गठबंधन किया.

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