ये 8 वर्ष पिछले 60 वर्ष की तुलना में बेहतर रहे हैं- अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने दूरदर्शन समाचार सम्मेलन का उद्घाटन किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4जून। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 3जून सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर डीडी न्यूज कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में पिछले 8 वर्षों के दौरान सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न गतिविधियों के विविध पहलुओं पर केन्द्रीय मंत्री के साथ विस्तृत चर्चा शामिल थी। इस महत्वपूर्ण चर्चा में अर्थव्यवस्था और देश की वर्तमान स्थिति से जुड़े प्रश्न शामिल थे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में विकास के बीज बोने में सफल रही है। यह तथ्य ऐतिहासिक रूप से गरीबी रेखा के ऊपर लाए गए लोगों की भारी संख्या से स्पष्ट है, जोकि पिछले 8 वर्षों की अवधि में अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। श्री ठाकुर ने कहा, “सरकार पिछले 8 वर्षों में उन उपलब्धियों को हासिल करने में समर्थ रही है, जिन्हें पिछले कई दशकों के दौरान हासिल नहीं किया जा सका था।”
श्री ठाकुर ने 12 करोड़ से अधिक शौचालयों एवं 3 करोड़ से अधिक घरों के निर्माण, महज पिछले तीन वर्षों में 45 प्रतिशत घरों में पाइप से पानी का कनेक्शन, 9 करोड़ से अधिक रसोई घरों में गैस का कनेक्शन, सभी गांवों एवं घरों में बिजली जैसी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह सब भारत के गरीब लोगों के लिए ‘अच्छे दिन’ लेकर आया है और सरकार ने सुशासन के नए मानक स्थापित किए हैं । सरकार के समग्र प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने इसे “साठ से बेहतर आठ” (60 वर्ष से बेहतर 8 वर्ष) के रूप में निरूपित किया।
ठाकुर ने आगे कहा कि अमीर और गरीब के बीच की खाई कम हुई है। दो वर्षों के भीतर 45 करोड़ बैंक खाते खोले गए, जिसके परिणामस्वरूप आज भारत भीम यूपीआई पर एक महीने में चार बिलियन से अधिक का लेनदेन कर रहा है, जिसे दुनिया भर की बड़ी तकनीकी कंपनियों द्वारा आश्चर्य से देखा जा रहा है। इस पहल ने भारत को वो उपलब्धि हासिल करने में समर्थ बनाया है जिसे कोई और देश हासिल नहीं कर सका – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक बटन दबाकर 12 करोड़ किसानों के खातों में 21 हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। श्री ठाकुर ने कहा, “जेएएम (जनधन-आधार-मोबाइल) की तिहरी प्रणाली ने लाभ हस्तांतरण योजनाओं में बिचौलियों द्वारा भ्रष्टाचार की व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। इससे करदाताओं के दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है।”
मुद्रास्फीति के बारे में बोलते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान दुनिया ने कई त्रासदियां देखी हैं। कच्चे तेल की कीमतों में नाटकीय वृद्धि इस संकट को और बढ़ा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला में आए व्यवधान की वजह से स्थितियां और भी बदतर हो गई हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे मुश्किल समय में और राष्ट्र के बाहर के कारकों पर निर्भरता को दूर करने के लिए मोदी सरकार ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है।” उन्होंने आगे कहा कि इस संकल्प को जल्दी ही कार्य रूप दे दिया गया और भारत ने 10 लाख पीपीई किट तैयार करना शुरू कर दिया, जबकि कोविड महामारी की शुरुआत में यहां एक भी पीपीई किट तैयार नहीं होती थी। उसके बाद भारत ने घरेलू स्तर पर निर्मित दवाओं और बाद में टीकों के वितरण में दुनिया में अग्रणी रहा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि महामारी के झटके के बावजूद आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है।
कोविड से होने वाली मौत के आंकड़ों की कम रिपोर्टिंग के आरोपों को खारिज करते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मौत के आंकड़े राज्यों द्वारा बताए जाते हैं और सभी मौतों के लिए एक विवरणी बनाई जाती है व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। मौत की रिपोर्टिंग की मजबूत प्रणाली किसी भी कम रिपोर्टिंग की अनुमति नहीं देगी। केन्द्रीय मंत्री ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में पारित उस प्रस्ताव की याद दिलाई जिसमें एक विदेशी संस्थान द्वारा मौत के अधिक आंकड़ों के आरोपों को निराधार बताया गया था और इसे भारत की छवि खराब करने की नीयत से प्रेरित करार दिया गया था।
केन्द्रीय मंत्री ने स्टार्टअप से जुड़ी उपलब्धियों को याद करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने स्टार्टअप की पूरी अवधारणा को दरकिनार कर दिया था। लेकिन वर्तमान सरकार ने स्टार्टअप पर अपना दांव लगाया है और इस सरकार की नीतियों के कारण ही आज भारत स्टार्टअप वाले शीर्ष तीन देशों में शामिल है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान केवल भारत में ही 50 स्टार्टअप ने यूनिकॉर्न का स्वरूप ग्रहण किया और यह एक नए भारत का प्रतीक है।
इस समय विश्व में भारत की वर्तमान छवि के बारे में बोलते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज भारत के लोग गर्व से कह सकते हैं कि सरकार पिछले 8 वर्षों के दौरान दोष मुक्त रही है, भारतीय पासपोर्ट का सम्मान पहले से कहीं अधिक है, अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि हुई है, कोविड 19 जैसे संकटों से निपटने की प्रक्रिया तेज रही है आदि।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर कड़ा जवाब दिया है। इसमें सीमा पार से चल रहे सोशल मीडिया के प्रोपेगेंडा चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करना भी शामिल है।
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