समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जून: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कुल 18 स्थानों पर छापेमारी कर एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है। पंजाब में 9, हरियाणा में 7 और यूपी में 2 ठिकानों पर सुबह-सुबह शुरू हुई ये कार्रवाई, विशेष इनपुट और राज्य पुलिस की मदद से अंजाम दी गई।
खालिस्तानी नेटवर्क का नेटवर्क उखाड़ने में जुटी एजेंसी
NIA का दावा है कि वह पंजाब में सक्रिय खालिस्तानी समर्थक संगठनों को पुनर्जीवित करने और उन्हें हथियार और नेटवर्क उपलब्ध कराने वाले आतंकवादी साज़िश की तह तक जा रही है। एजेंसी पहले भी इसी तरह की छापेमारी कर चुकी है, लेकिन इस बार मामला और बड़ा है।
National Investigation Agency is conducting searches at nine places in Punjab, seven in Haryana and two in Uttar Pradesh in a terror conspiracy case pic.twitter.com/SAX0Ys4fBw
— ANI (@ANI) June 26, 2025
जतिंदर सिंह की भूमिका का खुलासा
एनआईए ने पुष्टि की है कि गुरदासपुर के जतिंदर सिंह उर्फ ‘जोती’ को पिछले साल दिसंबर में मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। जांच में सामने आया कि यह व्यक्ति मध्य प्रदेश के एक हथियार कारोबार—बलजीत सिंह उर्फ ‘राणा भाई’ से जैविक रूप से जुड़ा था। उसमें हथियारों की खरीदी और पंजाब स्थित गैंगस्टरों तक सप्लाई की व्यवस्था की गई थी।
बटाला गैंग का तार विदेश से जुड़ा
NIA के मुताबिक, यह आपूर्ति केवल स्थानीय ही नहीं थी। जतिंदर के नेटवर्क का संबंध बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से था, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने का भी संदेह है। गुरदासपुर में बटाला गैंगस्टर और अन्य स्थानीय अपराधियों को हथियार उपलब्ध कराने की योजनाएं एनआईए की जांच में उजागर हुई हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कुल 18 स्थानों पर छापेमारी कर एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है। पंजाब में 9, हरियाणा में 7 और यूपी में 2 ठिकानों पर सुबह-सुबह शुरू हुई ये कार्रवाई, विशेष इनपुट और राज्य पुलिस की मदद से अंजाम दी गई।
खालिस्तानी नेटवर्क का नेटवर्क उखाड़ने में जुटी एजेंसी
NIA का दावा है कि वह पंजाब में सक्रिय खालिस्तानी समर्थक संगठनों को पुनर्जीवित करने और उन्हें हथियार और नेटवर्क उपलब्ध कराने वाले आतंकवादी साज़िश की तह तक जा रही है। एजेंसी पहले भी इसी तरह की छापेमारी कर चुकी है, लेकिन इस बार मामला और बड़ा है।
जतिंदर सिंह की भूमिका का खुलासा
एनआईए ने पुष्टि की है कि गुरदासपुर के जतिंदर सिंह उर्फ ‘जोती’ को पिछले साल दिसंबर में मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। जांच में सामने आया कि यह व्यक्ति मध्य प्रदेश के एक हथियार कारोबार—बलजीत सिंह उर्फ ‘राणा भाई’ से जैविक रूप से जुड़ा था। उसमें हथियारों की खरीदी और पंजाब स्थित गैंगस्टरों तक सप्लाई की व्यवस्था की गई थी।
बटाला गैंग का तार विदेश से जुड़ा
NIA के मुताबिक, यह आपूर्ति केवल स्थानीय ही नहीं थी। जतिंदर के नेटवर्क का संबंध बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से था, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने का भी संदेह है। गुरदासपुर में बटाला गैंगस्टर और अन्य स्थानीय अपराधियों को हथियार उपलब्ध कराने की योजनाएं एनआईए की जांच में उजागर हुई हैं।
साजिश में तकनीकी चालाकी
अदालत में पेश बयान के अनुसार, आरोपियों ने वर्चुअल नंबर और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स का इस्तेमाल कर अपनी बातचीत को छिपाने की कोशिश की। एजेंसी ने बीकेआइ के टेरर फ़ासिलिटी को संचालित करने वाले हरविंदर सिंह उर्फ ‘रिंदा’ और उसके विदेश स्थित सहयोगियों की भी ट्रैकिंग शुरू कर दी है।
खतरे की घंटी और आगे की कार्रवाई
एनआईए ने बलजीत सिंह पर आरोप पत्र दाखिल कर कतिपय अभियुक्तों की गिरफ्तारी मुकammल की है। अभी जांच जारी है, जिसमें BKI के आतंक और जबरन वसूली जैसे संगठित अपराधों की विस्तार-पूर्वक पड़ताल की जा रही है। मामले का खुलासा आने वाले दिनों में और बड़े चौकाने वाले तथ्य उजागर कर सकता है।
साजिश में तकनीकी चालाकी
अदालत में पेश बयान के अनुसार, आरोपियों ने वर्चुअल नंबर और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स का इस्तेमाल कर अपनी बातचीत को छिपाने की कोशिश की। एजेंसी ने बीकेआइ के टेरर फ़ासिलिटी को संचालित करने वाले हरविंदर सिंह उर्फ ‘रिंदा’ और उसके विदेश स्थित सहयोगियों की भी ट्रैकिंग शुरू कर दी है।
खतरे की घंटी और आगे की कार्रवाई
एनआईए ने बलजीत सिंह पर आरोप पत्र दाखिल कर कतिपय अभियुक्तों की गिरफ्तारी मुकammल की है। अभी जांच जारी है, जिसमें BKI के आतंक और जबरन वसूली जैसे संगठित अपराधों की विस्तार-पूर्वक पड़ताल की जा रही है। मामले का खुलासा आने वाले दिनों में और बड़े चौकाने वाले तथ्य उजागर कर सकता है।
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