अमरनाथ यात्रा और पर्यटकों के लिए पुख्ता हो सुरक्षा व्यवस्थाः गृहमंत्री

समग्र समाचार सेवा

जम्मू, 20 मार्च। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आतंक को खत्म करने के लिए जीरो टालरेंस की नीति जारी रखी जाएगी। जम्मू कश्मीर में आतंक के समूल नाश और स्थायी शांति बहाली के लिए प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ आतंकरोधी अभियान चलाया जाए। नार्को टेरेरिज्म को समाप्त करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को और मजबूत बनाया जाए।

जेलों में बंद आतंकियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए

जेलों में बंद आतंकियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए। साथ ही सीमा पर घुसपैठ के स्तर को शून्य पर लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। साथ ही सियासी नेताओं व कार्यकर्ताओं और पंच-सरपंचों को आतंकी खतरे का नियमित आकलन कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की

दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे गृह मंत्री ने शनिवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा और कश्मीर में पर्यटन सीजन को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की रणनीति पर भी चर्चा की। साथ ही कहा कि जम्मू कश्मीर में आने वाले समय में चुनाव कराए जाने हैं, इसीलिए सुरक्षा प्रंबंधों में किसी भी कोताही का लाभ आतंकी उठाने की कोशिश करेंगे। उन्हें पूरी तरह नाकाम बनाया जाए।

घाटी से आतंक का समूल नाश जरूरी

करीब ढ़ाई घंटे चली सुरक्षा बैठक में गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के मुताबिक जम्मू कश्मीर को शांत, सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए आतंक का समूल नाश जरूरी है। आतंकियों और उनके समर्थकों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जाए। आतंकियों व अलगाववादियों के वित्तीय स्रोतों और हथियारों की सप्लाई चेन को नष्ट किया जाएग। नए आतंकियों की भर्ती पर काबू पाने के साथ ही घुसपैठ की आशंकाओं को समाप्त करने के लिए घुसपैठरोधी तंत्र मजबूत बनाया जाए।

कठुआ में प्रस्तावित जेल की जमीन देखने भी गए

रात करीब आठ बजे दिल्ली लौटने से पहले गृह मंत्री ने कठुआ के महानपुर का भी दौरा किया। महानपुर के डांबरा में करीब 160 कनाल (20 एकड़) जमीन पर अत्याधुनिक और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाली जेल बनाने का प्रस्ताव है। अमित शाह यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ चापर से शाम करीब पौने पांच बजे पहुंचे। वह यहां करीब 15 मिनट रुके और उच्च अधिकारियों के साथ जेल के निर्माण पर चर्चा की।

Comments are closed.