आज देश में धार्मिक आस्‍था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है आशूरा-ए-मुहर्रम

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 जुलाई। आशूरा-ए-मुहर्रम आज पूरे देश में धार्मिक आस्‍था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन पैगम्‍बर मोहम्‍मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों के बलिदान दिवस को चिह्नित करता है, जिन्होंने कर्बला में सत्‍य, धर्म और न्‍याय को कायम रखने के लिए अपना बलिदान दिया। आज के दिन ताजिया जुलूस निकाला जाता है। कर्बला के बलिदानियों के सर्वोच्च बलिदान की याद में मजलिस या धार्मिक बैठक भी आयोजित की जा रही है।

मुहर्रम के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने हजरत इमाम हुसैन द्वारा दिए गए बलिदान को याद किया। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन का साहस और न्‍याय तथा मानव की मर्यादा के आदर्शो के प्रति उनकी वचनबद्धता उल्लेखनीय है। विश्व भर के मुस्लिम समुदाय विशेषकर शिया समुदाय के लोग कर्बला की जंग में आज के दिन इमाम हुसैन के बलिदान को याद करते हैं। आज का दिन आशूरा के नाम से जाना जाता है। इस्लामिक महीने के दसवें दिन मुहर्रम मनाया जाता है।

आशूरा-ए-मुहर्रम आज पूरे देश में धार्मिक आस्‍था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन पैगम्‍बर मोहम्‍मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों के बलिदान दिवस को चिह्नित करता है, जिन्होंने कर्बला में सत्‍य, धर्म और न्‍याय को कायम रखने के लिए अपना बलिदान दिया। आज के दिन ताजिया जुलूस निकाला जाता है। कर्बला के बलिदानियों के सर्वोच्च बलिदान की याद में मजलिस या धार्मिक बैठक भी आयोजित की जा रही है।

मुहर्रम के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने हजरत इमाम हुसैन द्वारा दिए गए बलिदान को याद किया। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन का साहस और न्‍याय तथा मानव की मर्यादा के आदर्शो के प्रति उनकी वचनबद्धता उल्लेखनीय है। विश्व भर के मुस्लिम समुदाय विशेषकर शिया समुदाय के लोग कर्बला की जंग में आज के दिन इमाम हुसैन के बलिदान को याद करते हैं। आज का दिन आशूरा के नाम से जाना जाता है। इस्लामिक महीने के दसवें दिन मुहर्रम मनाया जाता है।

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