त्रिनिदाद पीएम को श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति और अर्जेंटीना राष्ट्रपति को शेर भेंट कर मोदी ने रचा सांस्कृतिक संवाद
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आध्यात्मिक परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को एक बार फिर दुनिया के सामने शानदार अंदाज में पेश किया है। इस बार उन्होंने त्रिनिदाद एंड टोबैगो और अर्जेंटीना के शीर्ष नेताओं को खास भारतीय उपहार देकर कूटनीतिक रिश्तों में संस्कृति की मिठास घोल दी है।
अयोध्या से त्रिनिदाद तक श्रीराम मंदिर की झलक
त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर की शुद्ध चांदी से बनी खूबसूरत प्रतिकृति भेंट की। उत्तर प्रदेश के निपुण शिल्पकारों ने इस प्रतिकृति को मंदिर की भव्य नक्काशी और दिव्यता के अनुरूप तैयार किया है। यह न सिर्फ एक कलाकृति है, बल्कि भारतीय आस्था, श्रद्धा और आध्यात्मिक विश्वास का प्रतीक भी है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने सरयू नदी का पावन जल भरा कलश भी उन्हें सौंपा। माना जाता है कि सरयू जल पापनाशक और शुद्धि का प्रतीक है। इस कलश के माध्यम से प्रधानमंत्री ने अयोध्या की पवित्र ऊर्जा और भारत की सनातन परंपरा को त्रिनिदाद के लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है।
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति को भेंट में चांदी का शेर
प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली को भी एक खास भेंट दी — शुद्ध चांदी से बना शेर। यह शेर केवल एक शिल्पकला का नमूना नहीं, बल्कि भारत की वीरता, नेतृत्व और साहस का प्रतीक है। राजस्थान की पारंपरिक धातु-कला और बारीक नक्काशी से इसे और भी खास बनाया गया है।
चांदी के शेर के जरिए प्रधानमंत्री ने भारतीय संस्कृति की शौर्य गाथा को अर्जेंटीना तक पहुंचाया। यह उपहार भारत-अर्जेंटीना के रिश्तों को नई ऊंचाई देने वाला माना जा रहा है।
मधुबनी पेंटिंग से उपराष्ट्रपति को मिला बिहार का तोहफा
अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति विक्टोरिया विलारुएल को पीएम मोदी ने बिहार के मिथिला क्षेत्र की प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग भेंट की। प्राकृतिक रंगों और विशिष्ट ज्यामितीय पैटर्न से सजी यह पेंटिंग भारतीय लोककला की समृद्ध परंपरा का जीवंत उदाहरण है। मधुबनी चित्रकला सदियों से मिथिला की संस्कृति को जीवित रखे हुए है और अब यह अर्जेंटीना में भी अपनी छाप छोड़ेगी।
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