त्रिनिदाद यात्रा से भारत के रिश्तों में नई ऊर्जा, मोदी-बिसेसर वार्ता में 6 बड़े समझौते

समग्र समाचार सेवा
पोर्ट ऑफ स्पेन, 5 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा ने भारत और इस कैरेबियाई देश के बीच संबंधों को एक नई दिशा दे दी है। 25 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा पर छह अहम द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिससे बुनियादी ढांचे से लेकर डिजिटल क्षेत्र तक सहयोग की नई राहें खुल गई हैं।

नई परियोजनाओं से रिश्तों में मजबूती
प्रधानमंत्री मोदी और त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के बीच हुई उच्चस्तरीय वार्ता के बाद दोनों देशों ने बुनियादी ढांचा, औषधि, संस्कृति, खेल और डिजिटल सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में साझेदारी पर सहमति जताई। समझौतों में फार्माकोपिया, त्वरित परियोजनाएं, कूटनीतिक प्रशिक्षण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को शामिल किया गया है।

डिजिटल इंडिया से त्रिनिदाद को जोड़ेगा UPI
दोनों देशों के बीच डिजिटल क्षेत्र में भी बड़ा करार हुआ। यूपीआई सिस्टम को त्रिनिदाद में लागू करने और डिजिटल क्षमता निर्माण में भारत सहयोग करेगा। इससे वित्तीय लेन-देन को आसान बनाने में मदद मिलेगी और डिजिटल इंडिया की वैश्विक छवि और मजबूत होगी।

छठी पीढ़ी को मिलेगा OCI कार्ड
त्रिनिदाद में बसे भारतीय मूल के लोगों को भी मोदी सरकार ने बड़ी सौगात दी है। अब वहां की छठी पीढ़ी तक के भारतीय मूल के लोगों को ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड जारी किए जाएंगे। इससे प्रवासी भारतीयों के भारत से संबंध और मजबूत होंगे।

वैश्विक मुद्दों पर साझा सहयोग
जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा जैसे वैश्विक मुद्दों पर भी दोनों देशों ने मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद को संबोधित करते हुए दोनों देशों के ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों और क्रिकेट जैसे साझा जुनून का जिक्र किया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों के योगदान को भी सराहा।

नई ऊंचाई पर पहुंचे रिश्ते
विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा को भारत-त्रिनिदाद संबंधों में एक मील का पत्थर बताया है। राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू से मुलाकात कर पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच स्वाभाविक गर्मजोशी को रेखांकित किया और भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में यह साझेदारी और गहरी होगी।

 

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