समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28अप्रैल। केंद्र, असम सरकार और दिमसा नेशनल लिब्रेशन आर्मी/दिमसा पीपल्स सुप्रीम काउंसिल के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर कल नई दिल्ली में हस्ताक्षर हुए। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह समझौता वर्ष 2024 तक पूर्वोत्तर क्षेत्र को उग्रवाद मुक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से उग्रवाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा और असम में कोई सशस्त्र गुट नहीं रहेंगे। गृहमंत्री ने कहा कि समझौते के अंतर्गत दिमसा नेशनल लिब्रेशन आर्मी के प्रतिनिधि हिंसा छोड़ने, सभी हथियार और गोला बारूद सौंपने, अपने सशस्त्र गुटों को खत्म करने और उनके कैडरों के कब्जे वाले सभी शिविरों को खाली करने तथा शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौते से डीएनएलए के एक सौ 68 काडर अपने हथियार सौंप कर मुख्य धारा में शामिल हो रहे हैं।
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