समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17सितबंर। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधा है. आरिफ मोहम्मद ने कहा कि राज्यपाल के कार्यालय को बदनाम करने और उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है. आपने मुझ पर दबाव बनाने के लिए, मुझे डराने की कोशिश करने के लिए हर तरीका का हथकंडा आजमाया है. राज्यपाल ने कहा कि तीन साल पहले कन्नूर में मेरी जान लेने की कोशिश की गई थी. पुलिस को केस दर्ज करने से किसने रोका? गृह विभाग किसके पास था? जब कन्नूर में मुझ पर शारीरिक हमला करने की कोशिश की तो यह एक साजिश थी और कन्नूर विश्वविद्यालय के वीसी का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि मैं वहां मौजूद हूं.
आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि विजयन कम से कम अब पर्दे के पीछे से खेल खेलने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. राज्यपाल के बयान से एक दिन पहले, विजयन ने खान द्वारा राज्य विश्वविद्यालयों की नियुक्ति प्रक्रिया में कथित भाई-भतीजावाद पर दिए बयान को ‘‘बेतुका’’ बताते हुए उनकी आलोचना की थी. खान ने शनिवार सुबह यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह इस बात से बहुत खुश हैं कि मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय नियुक्तियॉ पर बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके बयान का समर्थन करता हूं, क्योंकि वह कम से कम अब पर्दे के पीछे से खेल खेलने की कोशिश नहीं कर रहे.’’ स्पष्ट रूप से नाराज नजर आ रहे राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ कुलपतियों से कुलाधिपति के आदेशों की अवहेलना करने को कहा और उन कुलपतियों जैसे छद्म माध्यमों का इस्तेमाल करने के बजाय विजयन कम से कम अब सामने आए हैं.
आरिफ ने आरोप लगाया कि कुछ समय पहले कन्नूर विश्वविद्यालय में उन पर शारीरिक हमला करने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस को इस संबंध में मामला दर्ज करने से रोका गया. उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस का कर्तव्य क्या था? मामला दर्ज करना… पुलिस को मामला दर्ज करने से किसने रोका? गृह विभाग किसके पास था ? राज्यपाल के कार्यकाल को कौन बदनाम करने और नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है. आपने मुझ पर दबाव बनाने और मुझे डराने के लिए हर पैंतरा अपनाने की कोशिश की.’’ विजयन ने शुक्रवार को कहा था कि राज्यपाल को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए. खान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘क्या राज्यपाल होने का यही मतलब है?’’
राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को कहा था कि हाल में राज्य विधानसभा द्वारा पारित किये गए विश्वविद्यालय कानून संशोधन विधेयक को वह मंजूरी नहीं देंगे. उन्होंने कहा था कि इस विधेयक के जरिये अवैध कार्यों को कानूनी जामा पहनाने की कोशिश की जा रही है और इससे मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों के कर्मचारियों के ‘‘अयोग्य रिश्तेदारों’’ की नियुक्ति का रास्ता खोला जा रहा है.
3 years back an attempt was made on my life in Kannur. Who prevented the Police from registering a case? Who held the Home Dept? You are trying to demean the Office of Governor. You have tried every trick in your box to pressurise me, to try to frighten me: Kerala Governor (1/2) pic.twitter.com/uQoeUw8i2z
— ANI (@ANI) September 17, 2022
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