समग्र समाचार सेवा
पटना,27 मार्च। बिहार की सियासी हलचल केवल राजद (RJD) और कांग्रेस के बीच खटास तक सीमित नहीं है। छोटे दल, जैसे CPI-ML और वीआईपी (VIP), भी अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति बना रहे हैं, खासकर दलित और मुस्लिम वोट बैंक पर पकड़ बनाने के लिए। ऐसे में बिना कांग्रेस के ‘महागठबंधन’ की संभावना तेजी से चर्चा में आ रही है। हालांकि, इस तरह के गठबंधन को क्षेत्रीय और वैचारिक दलों के हितों को संतुलित करने की बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
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