समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22 अप्रैल। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को छह राज्यों में छापे मारे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर दो प्राथमिकी दर्ज कीं। करीब छह महीने पहले, मलिक ने एक जनसभा में आरोप लगाए थे कि उन्हें सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह चिकित्सा बीमा योजना और राज्य के किरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित काम से संबंधित दो फाइलों को निपटाने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
मामले में छह राज्यों में 14 स्थानों पर छापे मारे गए
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपों की प्रारंभिक जांच के बाद, उन्होंने मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की हैं और छह राज्यों में 14 स्थानों पर छापे मारे गए हैं। इस छापेमार कार्रवाई के दौरान एक सेवारत आईएएस अधिकारी और चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीवीपीपीपीएल) के तीन पूर्व अधिकारियों से जुड़े परिसरों की तलाशी ली गई।
इन राज्यों को सीबीआई ने खंगाला
बताया जा रहा है कि जम्मू, श्रीनगर, दिल्ली, मुंबई, नोएडा, त्रिवेंद्रम (केरल), दरभंगा (बिहार) सहित 14 स्थानों पर निजी कंपनियों, तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन एमडी, सीवीपीपीपीएल के तत्कालीन निदेशकों सहित अभियुक्तों के परिसरों में तलाशी ली गई है।
जम्मू-कश्मीर सरकार के अनुरोध पर मामले दर्ज
गौरतलब है कि सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर सरकार के अनुरोध पर कदाचार के आरोपों में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। पहली एफआईआर जम्मू-कश्मीर कर्मचारी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना का अनुबंध एक निजी कंपनी को देने और वर्ष 2017-18 में 60 करोड़ रुपए जारी करने को लेकर है। वहीं दूसरी एफआईआर 2200 करोड़ के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के सिविल कार्य को लेकर है। जो साल 2019 में एक प्राइवेट फर्म को दिया गया था।
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