उदयपुर में राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक: “एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य” पहल को बढ़ावा
50 से अधिक वैश्विक मानकीकृत पर्यटन स्थलों के विकास के लिए मंच तैयार, निजी निवेश और प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहनों पर जोर
-
पर्यटन मंत्रालय ने 14-15 अक्टूबर को उदयपुर में दो दिवसीय राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की।
-
बैठक का उद्देश्य प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में कम से कम एक वैश्विक स्तर का पर्यटन स्थल विकसित करना।
-
निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाले पर्यटन केंद्र विकास और प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहन (PLI) पर विशेष जोर।
-
क्षेत्रीय प्रस्तुतियों और मसौदा एकीकृत पर्यटन संवर्धन योजना पर विस्तृत परामर्श।
समग्र समाचार सेवा
उदयपुर, 16 अक्टूबर: पर्यटन मंत्रालय ने उदयपुर में दो दिवसीय राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक आज सफलतापूर्वक संपन्न की। इस ऐतिहासिक बैठक में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी देश के पर्यटन क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक सामूहिक योजना बनाने हेतु एकत्रित हुए।
बैठक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य” दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित इस पहल का उद्देश्य प्रत्येक राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश में कम से कम एक वैश्विक स्तर का पर्यटन स्थल विकसित करना है, जो ‘विकसित भारत’ योजना के अनुरूप हो।
उद्घाटन सत्र में पर्यटन सचिव, श्रीमती वी. विद्यावती ने भाषण दिया, उसके बाद केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने संबोधन में सहयोगी संघवाद और निजी-सरकारी साझेदारी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हम अपने संसाधनों और विशेषज्ञता के साथ ऐसे गंतव्यों का पोर्टफोलियो तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो अनुभव, अवसंरचना और स्थिरता के मामले में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी हों।”
बैठक में गंतव्य विकास और प्रबंधन के दोहरे दृष्टिकोण पर विस्तृत परामर्श हुआ। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने संभावित वैश्विक गंतव्य और विकास की अवधारणाएं प्रस्तुत कीं। 50 पर्यटन स्थलों के विकास के लिए निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाले निवेश और प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहनों (PLI) के माध्यम से वैश्विक मानकों को बढ़ावा दिया जाएगा।
दूसरे दिन मसौदा एकीकृत पर्यटन संवर्धन योजना पर विशेष परामर्श हुआ, जिसका उद्देश्य भारत को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक समग्र पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। बैठक का समापन अपर सचिव एवं पर्यटन महानिदेशक श्री सुमन बिल्ला के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
यह पहल भारत में एक स्थायी, जीवंत और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में योगदान देगा।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.