समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 मार्च। आज जब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण वैश्विक बहस के केंद्र में हैं, तब यूनाइटेड किंगडम (यूके) की कचरा प्रबंधन नीति उसके हरे-भरे और पर्यावरण-अनुकूल दावों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। हालिया रिपोर्टों में एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है—यूके हर साल लगभग 50 मिलियन टायर भारत को निर्यात करता है। इनमें से लगभग 70% टायरों को जलाकर कच्चा तेल, ब्लैक कार्बन और स्क्रैप स्टील निकाला जाता है। यह न केवल यूके के पर्यावरण-अनुकूल दावों को कमजोर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे विकसित देश अपनी पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को विकासशील देशों पर थोप रहे हैं।
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