समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जून: हाल के पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष हताहतों का प्रमाण पेश करने के बाद, भारत के UN प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को सीधे तौर पर आड़े हाथों लिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान “आतंकवादियों को प्रशिक्षण, फंडिंग और राजकीय सम्मान देता है,” जो भयावह राष्ट्रीय नीति बनी हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर पर तीखा हमला
हरिश ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने आतंकियों के अड्डों को निशाना बना कर ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके बावजूद, पाकिस्तान ने मारे गए आतंकियों को राजकीय सम्मान देकर यह दर्शन दिया कि “उनकी नीयत क्या है।” भारत ने कहा कि देशहित में सहयोग करने वाले सभी UNSC सदस्य देशों को ऐसे आतंकियों और उनके “स्टेट स्पॉन्सर” का जवाबदेह बनाना चाहिए।
सीमापार सुविधा और OIC को सख्त चेतावनी
पार्वथानेनी ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान अफगानिस्तान की सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय है, जिससे स्थानीय बच्चों व निर्दोषों पर व्यापक असर पड़ रहा है। इसी सिलसिले में भारत ने OIC द्वारा जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन संबंधी बयान की तीखी आलोचना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बयान पाकिस्तान के प्रभाव में आकर दिया गया था और तथ्यहीन था।
भारत का आह्वान: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता
भारत ने UN मंच से स्पष्ट संदेश दिया कि वैश्विक राजनीति में पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए। हरिश की अपील में यह निहित था कि “राजनीतिक हिचक छोड़कर,” सभी राष्ट्रों को स्पष्ट सीमापार आतंकवाद का मुकाबला करना चाहिए।
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