यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त धरोहर घोषित किया, पीएम मोदी ने दी बधाई
दीपावली को विश्व स्तर पर सांस्कृतिक मान्यता मिली; पीएम मोदी, विदेश मंत्रालय और एस. जयशंकर ने फैसले का स्वागत किया।
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यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किया
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पीएम मोदी ने इसे भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान बताया
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विदेश मंत्रालय और एस. जयशंकर ने भी निर्णय का स्वागत किया
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दिल्ली सरकार ने मान्यता के बाद व्यापक उत्सव की तैयारी की
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 दिसंबर: यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल कर लिया है। इस घोषणा के बाद पूरे देश में खुशी का माहौल है। यूनेस्को ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भारत को बधाई देते हुए कहा कि दीपावली अब वैश्विक धरोहर का हिस्सा बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दीपावली भारत की संस्कृति और परंपराओं से गहराई से जुड़ा त्योहार है। यह रोशनी, नेकी और मानव मूल्यों का प्रतीक है। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि इस मान्यता से दुनिया भर में दीपावली की लोकप्रियता और बढ़ेगी।
विदेश मंत्रालय ने भी इसे गर्व का क्षण बताया। मंत्रालय ने कहा कि दीपावली अच्छाई की जीत और भगवान राम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है, जिसे दुनिया भर में लोग उत्साह से मनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह मान्यता भारत की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत बनाती है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि दीपावली का सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत बड़ा है। यह त्योहार लोगों को जोड़ता है और सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है।
दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने एक दिन पहले कहा था कि मान्यता मिलने पर दिल्ली में विशेष कार्यक्रम होंगे। उन्होंने बताया कि लाल किले से लेकर सरकारी इमारतों तक रोशनी की सजावट की जाएगी और शहर में दीपावली बाजार लगाए जाएंगे।
कोलकाता की दुर्गा पूजा पहले से ही यूनेस्को की सूची में शामिल है। भारत सरकार अब छठ महापर्व को भी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में इसकी जानकारी दी थी।
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