2-3 नवंबर को 12वीं द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन उद्घाटन करेंगे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1नवंबर। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया 2 नवंबर 2022 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में “विजन 2030: केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स बिल्ड इंडिया” विषय के साथ ‘इंडिया केम 2022’ का उद्घाटन करेंगे। रसायन और उर्वरक और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा, आंध्र प्रदेश सरकार के उद्योग, बुनियादी ढांचा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री श्री गुडीवाड़ा अमरनाथ और केंद्रीय मंत्रालयों/ विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, इंडस्ट्री लीडर्स, शिक्षाविद और अन्य हितधारक इस अवसर पर भी मौजूद रहेंगे।
‘इंडिया केम 2022″ इस क्षेत्र में सतत विकास के लिए सरकार की नीति का प्रदर्शन करने के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेयर्स को बातचीत करने, नॉलेज एक्सचेंज करने और आपसी सहयोग बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। यह आयोजन विशेष रूप से पेट्रोलियम, रसायन और पेट्रोकेमिकल निवेश क्षेत्रों (पीसीपीआईआर) में निवेश के अवसरों को भी उजागर करेगा और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए “मेक इन इंडिया” पहल पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इंडिया केम जो विभाग का एक प्रमुख कार्यक्रम है और यह एशिया-पेसिफिक रीजन में उद्योग की सबसे बड़ी समग्र घटनाओं में से एक है और इसमें एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी शामिल है। विभाग फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से इंडिया केम के 12वें संस्करण का आयोजन कर रहा है।
इंडिया केम 2022 के दौरान ग्लोबल सीईओ, राउंड टेबल जैसे कार्यक्रम; भारतीय रसायन और पेट्रोरसायन पर सम्मेलन; अर्गो-रसायन उद्योग; प्लांट मशीनरी, पंप और वाल्व; भारत-अमेरिका, भारत-यूरोपीय संघ और भारत-पूर्व-एशिया और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के रसायन और पेट्रोकेमिकल्स फोरम आयोजित होंगे।
भारतीय रसायन और पेट्रोकेमिकल उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और ऑटोमोटिव, निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य देखभाल, कपड़ा और एफएमसीजी जैसे विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय रसायनों के निर्यात में वर्ष 2013-14 की तुलना में 2021-22 में 106 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई है। 2021-22 के लिए भारत के रसायनों का निर्यात 29,296 मिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जबकि 2013-14 में भारत का रासायनिक निर्यात 14,210 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
Comments are closed.