केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लेह में नाइलिट केंद्र का किया उद्घाटन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18मई। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने 17 मई 2022 को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) केंद्र लेह, एक्सटेंशन सेंटर कारगिल और हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र के लिए आईटी सक्षम इन्क्यबेशन सेंटर का वर्चुअल उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह नाइलिट कैंपस लेह में आयोजित किया गया था, जिसमें श्री आर के माथुर उपराज्यपाल, लद्दाख, श्री जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के संसद सदस्य, श्री सौगत बिस्वास, आयुक्त सचिव आईटी, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और डॉ. मदन मोहन त्रिपाठी, महानिदेशक नाइलिट, श्री फिरोज अहमद खान, मुख्य कार्यकारी पार्षद, एलएएचडीसी, कारगिल और डॉ. जयदीप कुमार मिश्रा, अतिरिक्त सचिव, एमईआईटीवाई ऑनलाइन जुड़े।

नाइलिट के महानिदेशक डॉ. मदन मोहन त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और लेह, कारगिल में नाइलिट केंद्र खोलने और लेह में आईटी सक्षम इन्क्यबेशन सेंटर की स्थापना में एमईआईटीवाई द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।

केंद्रीय मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने लेह, कारगिल और लेह में इनक्यूबेशन सेंटर में नाइलिट केंद्रों का उद्घाटन करते हुए लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश के विकास के लिए माननीय प्रधान मंत्री की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और नए केंद्र शासित प्रदेश के गठन के बाद इस क्षेत्र में विकास के कई रास्ते खुल गए हैं। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के विकास के लिए आईटी शिक्षा, प्रशिक्षण, इनक्यूबेशन से संबंधित किसी भी प्रस्ताव को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा तुरंत मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने लेह और कारगिल केंद्रों को शुरू करने और रिकॉर्ड समय में आईटी सक्षम इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना के लिए नाइलिट की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इसे तेज गति से बढ़ाने की आवश्यकता है।

केंद्रीय मंत्री ने आगे बलते हुए इस पर विस्तार से बताया कि संपूर्ण कवरेज प्रदान करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, लद्दाख के पूरे केंद्र शासित प्रदेश को मोबाइल कनेक्टिविटी से कवर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ी की चोटी पर दस गांव होने पर भी कनेक्टिविटी मुहैया कराई जाएगी। संचार मंत्रालय ऑप्टिकल फाइबर के विकल्प के रूप में विभिन्न उपलब्ध तकनीकी समाधानों पर काम कर रहा है और एक बार इसे अंतिम रूप देने और नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद, पहले फेज में न केवल लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बल्कि कारगिल, जम्मू और कश्मीर के हर कोने में कवरेज प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने आगे बताया कि माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, एक स्वदेशी 5जी ढ़ांचा तैयार किया गया है जिसका उपयोग बीएसएनएल टावरों के अपग्रेड करने के लिए किया जाएगा। इसका पहला चरण सितंबर 2022 और वर्ष 2023 में शुरू किया जाएगा। इसके बाद सभी पहाड़ी राज्यों जैसे कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश आदि में अपग्रेडेड बीएसएनएल टावर होंगे।

मंत्री ने जोर देकर कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लंबी अवधि में लगतार विकास के लिए लेह से रेल संपर्क अत्यंत महत्वपूर्ण है। कई विकल्पों का आंकलन किया जा रहा है और भारत सरकार को उम्मीद है कि सभी हितधारकों के निरंतर प्रयास से, यह बहुत जल्द एक हकीकत बन जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि माननीय उपराज्यपाल, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और लद्दाख के अन्य प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित हाइड्रोजन ट्रेन एक वास्तविकता बन गई है और इसका निर्माण शुरू हो चुका है। यह ट्रेन भले ही बाद में लेह आएगी लेकिन यह देश के लिए हमेशा लद्दाख की देन होगी।

इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. पवन कोतवाल (आईएएस), आयुक्त सचिव जीएडी, श्री अजीत कुमार साहू (आईएएस), आयुक्त सचिव उच्च शिक्षा, सुश्री पद्मा एंगमो (आईआईएस), डीसी लेह, एमएस पद्मा अंगमो श्रीकांत बालासाहिब सुसे (आईएएस), निदेशक आईएंडसी, श्री मूसा कुंजांग (केएएस), तकनीकी निदेशक एनआईसी, श्री फुनशोक पलदान, तकनीकी निदेशक एनआईसी उपस्थित थे।

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