समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23 जुलाई। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को यूके COP26 के अध्यक्ष आलोक शर्मा से मुलाकात की।
दोनों नेताओं ने चर्चा की कि कैसे भारत और यूके ग्लासगो जलवायु समझौते को पूरा करने के लिए एक साथ काम करना जारी रख सकते हैं और कैसे 2030 रोडमैप के तहत जलवायु कार्रवाई पर भारत-यूके सहयोग को मजबूत किया जा सकता है।
यादव ने सीओपी26 के अध्यक्ष के नेतृत्व और यूएनएफसीसीसी के सीओपी26 के सफल समापन के लिए सभी हितधारकों के साथ उनके निरंतर जुड़ाव की सराहना की।
उन्होंने पेरिस समझौते के सफल कार्यान्वयन के लिए जलवायु कार्रवाई की निरंतर गति और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया।
केंद्रीय मंत्री ने गैर-जीवाश्म ऊर्जा के 500 गीगावाट के महत्वाकांक्षी लक्ष्य सहित पांच अमृत तत्वों “पंचामृत” के रूप में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के लिए भारत की प्रतिबद्धताओं को दोहराया।
उन्होंने COP26 में वन सन वन वर्ल्ड वन ग्रिड (OSOWOG) पहल शुरू करने के लिए भारत में शामिल होने के लिए यूके को धन्यवाद दिया।
आलोक शर्मा, यूके सीओपी26 के अध्यक्ष को सीओपी26 में प्रधान मंत्री के आह्वान से भी अवगत कराया गया कि वे जलवायु कार्रवाई में तेजी लाने और वैश्विक जलवायु लचीलापन में अंतराल को पाटने के लिए स्थायी जीवन शैली पर जन आंदोलन के रूप में जीवन शैली पर्यावरण के लिए जीवन शैली को अपनाने के लिए विश्व समुदाय के लिए कॉल करें। संक्रमण।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि विकसित देशों से जलवायु वित्त और प्रौद्योगिकी सहायता की वर्तमान गति और पैमाने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वैश्विक आकांक्षा से मेल नहीं खा रहे हैं।
उन्होंने वित्त और प्रौद्योगिकियों सहित कार्यान्वयन सहायता के वितरण और लक्ष्यों को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
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