केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 के लिए ‘द फ्यूचर इज नाउ’ थीम का किया अनावरण

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 जुलाई। केन्द्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 की थीम ‘ भविष्य अभी है’ का अनावरण किया। यह विषय इस उपलब्धि को दर्शाता है कि भारत तकनीकी विकास का केंद्र बना हुआ है और आईएमसी 2024 आज की हमारी दुनिया को बदलने वाली तकनीकों को सहयोग और सक्रिय रूप से आकार देने के लिए वैश्विक प्रमुखों- दूरदर्शी व्यक्तित्वों, अग्रदूतों और नवप्रवर्तकों को एक मंच पर ला रहा है, जहां यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य केवल एक संकल्पना नहीं है अपितु यह वर्तमान में अवसर प्रदान कर रहा है।

इस अवसर पर, केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2024 एप्लीकेशन और वेबसाइट का भी शुभारंभ किया। यह पंजीकरण के लिए एक शानदार संवादात्मक ऐप है। ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया के प्रथम पंजीकरण और मुख्य संबोधन के साथ, भारतीय मोबाइल सम्मेलन ने प्रतिनिधियों, आगंतुकों, शिक्षाविदों/कॉलेजों, सरकार और मीडिया के लिए भी पंजीकरण खोलने की घोषणा कर दी है।

इस अवसर पर, संचार मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि तकनीक तब सबसे अच्छी होती है जब यह लोगों को एक साथ लाती है। हमारे देश भारत से बेहतर कोई उदाहरण नहीं हो सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप देश भर में संचार समरूपता लाते हुए इस विभाजन को दूर करने में तकनीक की भूमिका पर बल दिया। उन्होंने कहा कि तकनीक और संचार के माध्यम से अवसरों का एक मंच प्रदान किया जा सकेगा। संचार और नेटवर्क के माध्यम से भारत के पहले गांव से लेकर भारत के प्रमुख गांवों के लोगों को एक साथ लाया जाएगा।

संचार मंत्री ने आईएमसी को वैश्विक मिलन स्थल की संज्ञा देते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में भारत इस तरह के आयोजनों का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि ‘भविष्य अभी है’ थीम हमारी क्षमताओं, हमारी उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं दोनों का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में दूरसंचार क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत प्रौद्योगिकी के उपभोक्ता से अब प्रौद्योगिकी का आपूर्तिकर्ता बन गया है। उन्होंने दूरसंचार अधिनियम 2023, पीएलआई योजना, सबसे त्वरित 5जी रोलआउट जैसी विभिन्न दूरसंचार पहलों की सराहना करते हुए प्रतिबद्धता जताई कि दूरसंचार अधिनियम 2023 के नियमों को अगले 180 दिनों के भीतर अधिसूचित किया जाएगा।

इस अवसर पर, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार नवाचार, दूरसंचार कौशल, दूरसंचार सेवाएं, दूरसंचार विनिर्माण और दूरसंचार अनुप्रयोगों के क्षेत्रों में अनुकरणीय और उत्कृष्ट योगदान के लिए निम्नलिखित पुरस्कार विजेताओं को पंडित दीनदयाल उपाध्याय दूरसंचार उत्कृष्टता पुरस्कार 2023 प्रदान करने की घोषणा की:-

क्र.सं. पुरस्कार विजेता का नाम योगदान क्षेत्र जिसके आधार पर पुरस्कार विजेताओं का चयन किया गया
1 डॉ. किरण कुमार कुची, प्रोफेसर आईआईटी हैदराबाद दूरसंचार प्रौद्योगिकी उन्नयन और मार्गदर्शन में उत्कृष्ट योगदान के लिए
2 एलेना जियो सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड एनएवीआईसी-आधारित उपकरणों और अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाने में उत्कृष्ट योगदान के लिए
3 एस्ट्रोम टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड मिलीमीटर-वेव मल्टी-बीम प्रौद्योगिकी में अग्रणी योगदान के लिए
4 तेजस नेटवर्क्स लिमिटेड दूरसंचार नवाचारों और उपकरण विनिर्माण को आगे बढ़ाने में योगदान के लिए
5 निवेत्ती सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड सुरक्षित नेटवर्किंग उत्पादों में उत्कृष्ट योगदान के लिए

इस अवसर पर, मंत्री महोदय ने स्टार्ट-अप्स और एमएसएमई के लिए परीक्षण योजना का भी शुभारंभ किया और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए एनटीआईपीआरआईटी और आईआईटी जम्मू के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

इस मौके पर, संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव (टी) और डीसीसी के अध्यक्ष डॉ. नीरज मित्तल ने एक विशेष संबोधन दिया, जिसमें भारत की दूरसंचार क्षमता और 5जी क्रांति में सफलता की जानकारी प्रदान की गई। सीओएआई के अध्यक्ष श्री अभिजीत किशोर ने भी अपने संबोधन से उपस्थित लोगों का स्वागत किया।

आईएमसी-2024, डब्ल्यूटीएसए-2024 और जीएसएस-2024
दूरसंचार विभाग (डीओटी) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एशिया की प्रमुख डिजिटल प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी, इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) का आठवां संस्करण इस वर्ष 15 अक्टूबर से नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा।

आईएमसी 2024 के साथ-साथ, भारत 14-24 अक्टूबर, 2024 तक इसी स्थल पर प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों- विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा नई दिल्ली 2024 (डब्ल्यूटीएसए 2024) और वैश्विक मानक संगोष्ठी (जीएसएस 2024) की भी मेजबानी कर रहा है।

पृष्ठभूमि:
भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2024
आईएमसी 2024 उन आवश्यक और आकर्षक तथ्यों को स्मरण कराने का साक्षी बनेगा कि जिन तकनीकों का हम कभी सपना देखते थे, वे अब हमारे दैनिक जीवन का एक सक्रिय हिस्सा हैं और उपस्थित लोगों को 6जी, एआई, सेमीकंडक्टर, ब्रॉडकास्टिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, सैटकॉम, क्वांटम और सुरक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में नवीनतम प्रगति में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों, स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम में अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए अभिनव समाधान, सेवाओं और अत्याधुनिक उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करने के लिए एक आदर्श मंच के रूप में भी कार्य करेगा।

प्रतिष्ठित आईएमसी 2024 में इस वर्ष 400 से ज़्यादा प्रदर्शक, 640 स्टार्टअप और कई अन्य प्रमुख गणमान्य भागीदारी करेंगे। इसके साथ-साथ 120 से ज़्यादा देशों के प्रतिनिधियों सहित 150,000 से ज़्यादा उपस्थित लोगों के सामने अपने उत्पाद, समाधान और इनके उपयोग का प्रदर्शन करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 900 से ज़्यादा प्रौद्योगिकी उपयोगों के परिदृश्यों को प्रदर्शित करना, 100 से अधिक सत्रों की मेज़बानी करना और 600 से ज़्यादा वक्ताओं के बीच परस्पर संवाद का मंच प्रदान करना है। अग्रणी स्टार्टअप कार्यक्रम एस्पायर के ज़रिए आईएमसी 24 का लक्ष्य 1000 से ज़्यादा संभावित निवेशकों, एंजेल्स, इनक्यूबेटर और वीसी फंड के साथ वार्तालाप के साथ 500 से ज़्यादा वन-टू-वन बैठकों का आयोजन करना है।

आईएमसी 2024 ऐप
इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2024 एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है । इंटरैक्टिव एप्लीकेशन के माध्यम से भी पंजीकरण उपलब्ध हैं। सहज ज्ञान युक्त ऐप अत्याधुनिक एआई तकनीक को उपयोगकर्ता के अनुकूल सुविधाओं के साथ जोड़ता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगंतुक मंच पर हर पल का अधिकतम लाभ उठा सकें। कोई भी व्यक्ति आसानी से इस प्रक्रिया को अपनाते हुए आईएमसी वेबसाइट: https://registration.indiamobilecongress.com/ से पंजीकरण कर सकता है।

‘पंडित दीन दयाल उपाध्याय दूरसंचार उत्कृष्टता पुरस्कार- 2023’
पिछले तीन वर्षों में दूरसंचार नवाचार, दूरसंचार कौशल, दूरसंचार सेवाएं, दूरसंचार विनिर्माण और दूरसंचार अनुप्रयोगों के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय और उत्कृष्ट योगदान के लिए व्यक्तियों, संस्थानों और संगठनों को प्रतिवर्ष पांच (05) पंडित दीनदयाल उपाध्याय दूरसंचार उत्कृष्टता पुरस्कार दिए जाते हैं।

प्रतिवर्ष प्रदान किए जाने वाले प्रत्येक पुरस्कार में एक शॉल, प्रशस्ति पत्र/पट्टिका और दो लाख रुपये की नकद धनराशि दी जाती है।

इन पुरस्कार विजेताओं का चयन सचिव (टी) की अध्यक्षता वाली पुरस्कार समिति द्वारा प्राप्त 75 आवेदनों में से किया गया है।

स्टार्ट-अप और एमएसई के लिए परीक्षण और प्रतिपूर्ति योजना
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने दूरसंचार क्षेत्र में स्टार्टअप और सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) के लिए वित्तीय बोझ को कम करने के उद्देश्य से एक प्रतिपूर्ति योजना का शुभारंभ किया है। घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने, निवेश आकर्षित करने और निर्यात बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई यह योजना उत्पाद की गुणवत्ता और बाज़ार पहुँच के लिए आवश्यक परीक्षण और प्रमाणन लागतों के लिए प्रत्येक स्टार्टअप या एमएसई को 50 लाख रुपये तक की प्रतिपूर्ति करेगी। 25 करोड़ रुपये के कुल वित्तपोषण आवंटन के साथ, आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, जिससे प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सकेगा और प्रस्तुतियों का कुशल संचालन सुनिश्चित होगा। स्टार्टअप को 75 प्रतिशत प्रतिपूर्ति, सूक्ष्म उद्यमों को 60 प्रतिशत और छोटे उद्यमों को 50 प्रतिशत प्रतिपूर्ति मिलेगी, जो दूरसंचार उद्योग में विकास और नवाचार के लिए समान समर्थन के लिए दूरसंचार विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

पात्रता मानदंड और आवेदन दिशानिर्देशों के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया [दूरसंचार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट- https://ttdf.usof.gov.in/reimbursement ] पर जाएं।

आईआईटी जम्मू और एनटीआईपीआरआईटी के बीच साइबर सुरक्षा पर क्षमता निर्माण के लिए समझौता ज्ञापन

जैसे-जैसे भारत दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी में निरंतर प्रगति कर रहा है और लोग ई-सेवाओं के उपयोग की ओर बढ़ रहे हैं, साइबर सुरक्षा उपकरणों और तकनीकों की बढ़ती आवश्यकता है, साथ ही ऐसे मानवशक्ति की भी आवश्यकता है जो उन अत्यधिक तकनीकी डोमेन उपकरणों को संचालित कर सकें। दूरसंचार विभाग और एनटीआईपीआरआईटी ने एक कार्यक्रम तैयार किया है, जिसके तहत साइबर सुरक्षा में अग्रणी संस्थानों और उद्योग द्वारा कोर तकनीकी प्रशिक्षण और विशेषज्ञता प्रदान की जा सकती है, ताकि इस क्षेत्र की गहन समझ रखने वाले अधिकारियों को तैयार किया जा सके, भारत में उन्नत साइबर सुरक्षा उपकरणों/समाधानों का विकास किया जा सके और भविष्य के साइबर विशेषज्ञों को तैयार किया जा सके। ये विशेषज्ञ स्वयं सक्षम होने के बाद दूसरे अन्य लोगों को प्रशिक्षित करेंगे और धीरे-धीरे भारत के लिए पेशेवरों का एक मजबूत समूह तैयार किया जा सकता है।

एनटीआईपीआरआईटी ने इस क्षेत्र में अग्रणी साझेदार संस्थानों के साथ चयनित 30 अधिकारियों को 6 महीने के विस्तारित हाइब्रिड (कैंपस में और ऑनलाइन) प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आईआईटी जम्मू के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

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