समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6अगस्त। केन्द्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया और केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 33वें पेरिस ओलंपिक के उपलक्ष्य में सोमवार को स्मारक डाक टिकटों का एक सेट जारी किया। यह भव्य कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित आकाशवाणी के रंग भवन में आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और प्रसिद्ध एथलीटों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम ओलंपिक खेलों के प्रति भारत के समर्थन का एक महत्वपूर्ण क्षण था।
प्रतिष्ठित खेल हस्तियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित खेल हस्तियों की उपस्थिति ने और चार चांद लगा दिए, जिनमें हाल ही में कांस्य पदक जीतने वाले सरबजोत सिंह भी शामिल थे। सरबजोत सिंह ने पेरिस 2024 ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अन्य उल्लेखनीय हस्तियों में पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और स्टीपलचेज एथलीट सुधा सिंह भी मौजूद थे।
स्मारक डाक टिकट का अनावरण
स्मारक डाक टिकट को ओलंपिक की भावना दर्शाने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। यह टिकट खेलों के माध्यम से राष्ट्रों के बीच एकता का प्रतीक है और भारत की समृद्ध खेल विरासत को दर्शाता है। यह विशेष टिकट अब ई-पोस्ट ऑफिस पर ऑनलाइन खरीदने के लिए उपलब्ध है। संग्रहकर्ताओं और उत्साही लोगों से अनुरोध है कि वे इसकी एक प्रति प्राप्त करें और इतिहास का एक हिस्सा अपने पास रखें।
ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया और डॉ. मनसुख मांडविया ने आधिकारिक तौर पर स्मारक टिकट का अनावरण किया और भारत की ओलंपिक विरासत और वैश्विक एकता को बढ़ावा देने में खेलों की भूमिका पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और मैत्री को बढ़ावा देने में खेलों के महत्व पर विचार साझा किए, और ओलंपिक को प्रतिभा एवं समर्पण दिखाने के लिए एक मंच के रूप में महत्व दिया।
मंत्रियों के विचार
ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा, “ओलंपिक 2024 को सम्मानित करने वाला नया डाक टिकट हमारे उन खेल नायकों का कीर्तिगान है जिन्होंने वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है। यह सम्मान युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करेगा और हमारे देश के खेल इकोसिस्टम को मजबूत करेगा। मैं अपने डाक विभाग को बधाई देता हूं, जिसने कई पहलों के माध्यम से हमेशा खेल संस्कृति को बढ़ावा दिया है और इस डाक टिकट जारी करने के साथ ही डाक टिकटों के माध्यम से भारत की उपलब्धियों का उत्सव मनाने की अपनी विरासत को और मजबूत किया है। मैं पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय दल को भी अपनी शुभकामनाएं देता हूं।”
डॉ. मनसुख मांडविया ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं है; यह जीवन जीने का एक तरीका है। डाक टिकटों का जारी होना खेलों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो राष्ट्रीय गौरव और एथलीटों के लिए प्रोत्साहन का प्रतीक है।” उन्होंने कहा कि खेल एक स्वस्थ राष्ट्र को बढ़ावा देते हैं, जो धन और समृद्धि के लिए आवश्यक है, और लोगों को एक साथ लाते हैं, जिससे व्यक्तिगत फिटनेस और राष्ट्रीय कल्याण दोनों में वृद्धि होती है।
भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती पहल
यह पहल खेलों को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपने एथलीटों को सम्मानित करने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। भारत ने हमेशा अपने एथलीटों का समर्थन किया है और इस पहल के माध्यम से वह दुनिया को अपनी खेल संस्कृति और समृद्ध विरासत का परिचय देना चाहता है।
स्मारक डाक टिकट का अनावरण भारतीय खेल जगत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश के एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और युवा पीढ़ी को खेल के प्रति प्रोत्साहित करेगा।
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