75वें जन्मदिन पर उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन की शुभकामनाओं पर पीएम मोदी ने जताया आभार

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 75वें जन्मदिन के अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन द्वारा दी गई शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उपराष्ट्रपति के संदेश ने उनके भीतर राष्ट्रसेवा के संकल्प को और मजबूत किया है।

पीएम मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “Thank you for your gracious greetings, Vice President Thiru CP Radhakrishnan Ji. Your wishes further strengthen the resolve to serve the nation with dedication.”
(“आपकी शुभकामनाएं राष्ट्र की सेवा में समर्पण के मेरे संकल्प को और भी सशक्त बनाती हैं।”)

75 वर्ष की यात्रा और संकल्प का नया अध्याय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन केवल एक व्यक्तिगत अवसर नहीं, बल्कि भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर देश के सर्वोच्च पद तक पहुँचे मोदी का जीवन संघर्ष, सेवा और समर्पण का प्रतीक है। इस मौके पर उपराष्ट्रपति का संदेश लोकतांत्रिक परंपरा और संवैधानिक पदों के बीच आपसी सम्मान को भी दर्शाता है।

निरंतर राष्ट्रसेवा का संदेश

प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति के संदेश का आभार व्यक्त करते हुए यह स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता सदैव देश और उसके नागरिकों की सेवा रही है। बीते वर्षों में उनकी सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान, जन धन योजना, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, डिजिटल इंडिया और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं के माध्यम से करोड़ों नागरिकों का जीवन बेहतर बनाने का प्रयास किया है।

यह संदेश इस बात को भी रेखांकित करता है कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए आगे भी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ सेवा करते रहेंगे।

लोकतांत्रिक परंपरा का उदाहरण

उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच का यह संवाद केवल शुभकामनाओं का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की उस गरिमा को भी दर्शाता है जिसमें शीर्ष संवैधानिक पद एक-दूसरे के साथ सम्मान और सहयोग की भावना रखते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन भारत की लोकतांत्रिक यात्रा का भी उत्सव है। उपराष्ट्रपति की शुभकामनाओं पर व्यक्त आभार यह साबित करता है कि मोदी का नेतृत्व न केवल राजनीतिक दृष्टि से प्रभावशाली है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रहित को केंद्र में रखने वाला भी है। यह क्षण राष्ट्र के लिए एक नई ऊर्जा और संकल्प का प्रतीक है।

 

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