समग्र समाचार सेवा
वॉशिंगटन/मॉस्को,3 मार्च। वैश्विक राजनीति में एक चौंकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिला है। यूक्रेन को लेकर वर्षों से आमने-सामने खड़े अमेरिका और रूस अब एक साथ आते नजर आ रहे हैं। यह घटनाक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति वार्ता और कूटनीतिक समझौतों की नई उम्मीद जगा रहा है।
क्या है मामला?
यूक्रेन और रूस के बीच 2022 में शुरू हुआ युद्ध अब तक जारी है, जिसमें अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर सैन्य और आर्थिक सहायता दी है। लेकिन हाल ही में अमेरिका और रूस के कूटनीतिक प्रतिनिधियों की गुप्त बैठकों की खबरें सामने आई हैं, जिनका मकसद युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित समझौते पर काम करना बताया जा रहा है।
अमेरिका-रूस के बीच समझौते की कोशिशें
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका और रूस ने युद्ध के बढ़ते प्रभाव और वैश्विक अस्थिरता को देखते हुए कुछ संभावित समाधानों पर चर्चा शुरू की है। दोनों देशों के अधिकारी युद्धविराम, यूक्रेन की सुरक्षा और रूस की चिंताओं को ध्यान में रखकर एक मध्यस्थता फॉर्मूला तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।
संभावित कारण जिनकी वजह से अमेरिका नरम पड़ा:
- युद्ध का आर्थिक असर: अमेरिका और यूरोप पर यूक्रेन युद्ध की आर्थिक मार पड़ रही है, जिससे पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था दबाव में है।
- राजनीतिक बदलाव: अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर बाइडेन प्रशासन युद्ध को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश कर रहा है।
- वैश्विक दबाव: चीन, भारत और अन्य देशों ने अमेरिका पर शांति वार्ता को बढ़ावा देने का दबाव बनाया है।
- रूस की सैन्य बढ़त: हाल के महीनों में रूस को युद्ध के मैदान में बढ़त मिली है, जिससे अमेरिका को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ा है।
रूस का क्या रुख है?
रूस ने शुरू से ही अमेरिका और नाटो पर यूक्रेन को हथियार देकर युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाया है। लेकिन अब जब अमेरिका बातचीत के संकेत दे रहा है, तो रूस भी इसे अपने पक्ष में उपयोग करने की कोशिश कर सकता है। रूस की प्राथमिकता है कि नाटो का विस्तार यूक्रेन में न हो और रूस की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लिया जाए।
क्या यूक्रेन को विश्वास में लिया गया?
अब तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका और रूस के बीच बातचीत में यूक्रेन की सरकार को सीधे शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, बाइडेन प्रशासन ने कहा है कि कोई भी अंतिम निर्णय यूक्रेन के हितों को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा।
निष्कर्ष
यूक्रेन युद्ध में यह एक बड़ा कूटनीतिक मोड़ साबित हो सकता है। अमेरिका और रूस के बीच अगर कोई समझौता होता है, तो यह युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों देश वास्तव में शांति चाहते हैं या यह सिर्फ एक राजनीतिक चाल है। आने वाले दिनों में इस पर और स्पष्टता मिलने की उम्मीद है।
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