समग्र समाचार सेवा
कोडियाराम, आंध्र प्रदेश 7 अगस्त: आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पी वी एन माधव ने अमेरिका द्वारा भारत पर लागू किए गए अतिरिक्त आयात शुल्क पर ताज़ा प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट कहा है कि इस कदम से सबसे अधिक नुकसान अमेरिका को ही होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे अपनी रणनीतिक सूझ-बूझ से इस संकट को भी अवसर में बदल देंगे।
ट्रम्प के टैरिफ निर्णय का प्रत्यक्ष प्रभाव
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में भारत से आयातित उत्पादों पर पहले 25 प्रतिशत और अब अतिरिक्त 25 प्रतिशत तक की सूद-बढ़ाई का आदेश दिया है। यह कदम भारत द्वारा रूस से तेल खरीद जारी रखने की प्रतिक्रिया में उठाया गया माना जा रहा है। माधव ने कहा कि यह वृद्धि अमेरिका के हित पर भारी पड़ेगी, क्योंकि भारत के साथ व्यापार रिश्ते न केवल स्थिर हैं, बल्कि बनते-पुराने साझेदारी पर आधारित हैं।
मोदी की समझदारी पर भरोसा
‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान पी वी एन माधव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय और रणनीतिक प्रधानमंत्री हैं, जो निजी रूप से यह सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिका द्वारा लिए गए टैरिफ के कारण भारत आर्थिक रूप से प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि भारत को शायद कुछ अस्थाई चुनौतियों सामना करना पड़े, लेकिन “Make in India” पहल देश को व्यापक रूप से विकसित कर सकती है।
मेक इन इंडिया: आत्मनिर्भरता का सूत्र
माधव ने स्पष्ट किया कि “Make in India” नीति भारत को आत्मनिर्भर आर्थिक सिद्धांतों पर खड़ा कर रही है। उन्होंने कहा कि जितनी बेरोक-टोक प्रवृत्ति से देश अपने उत्पादन, कृषि, तकनीकी और निर्यात-जगत को सशक्त करेगा, उतनी ही अमेरिका जैसे देशों की निर्भरता कम होती जाएगी।
साथ ही उन्होंने जोड़ते हुए कहा: “छोटी-छोटी घटनाएं बड़े बदलाव की शुरुआत होती हैं। टैरिफ संकट से मुस्कुराहट की राह भी निकल सकती है, बशर्ते नीति निर्माताओं का दृष्टिकोण सकारात्मक और रणनीतिक हो।”
छोटे झटकों से बड़ा आर्थिक बदलाव
माधव ने एतिहासिक रूप से गौर किया कि वैश्विक आर्थिक नीतियाँ इतनी लचीली नहीं होतीं, लेकिन भारत जैसे लोकतंत्र में छोटी चुनौतियाँ बड़े आर्थिक सुधार का मार्ग प्रशस्त कर सकती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को केवल विरोध करने के बजाय इस संकट को अवसर में बदलने के लिए योजनात्मक रूप से कार्य करना चाहिए।
पी वी एन माधव की टिप्पणी दर्शाती है कि भाजपा नेतृत्व संकट को अवसर में बदलने की क्षमता रखता है। अमेरिका के टैरिफ निर्णय से भारत को अस्थायी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन मोदी की रणनीतिक सूझ-बूझ और “Make in India” नीति से देश की आर्थिक मजबूती बनी रहेगी। आखिरकार, मौक़ा पहचानने और उसे अवसर में बदलने की कला ही एक विवेकी नेतृत्व की पहचान होती है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.