अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इस महीने भारत यात्रा पर आएंगे

समग्र समाचार सेवा
वाशिंगटन, डी.सी.,13 मार्च।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इस महीने के अंत में आधिकारिक दौरे पर भारत आएंगे, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। यह यात्रा वेंस के कार्यभार संभालने के बाद भारत की उनकी पहली आधिकारिक यात्रा होगी। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह दौरा व्यापार, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रहेगा। इसके अलावा, भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा भी इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य होगा।

इस यात्रा के दौरान वेंस भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित प्रमुख सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान रक्षा सहयोग, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक भागीदारी जैसे अहम विषयों पर बातचीत होगी। दोनों देशों ने हाल के वर्षों में अपने रक्षा और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने का संकेत दिया है, जिसमें भारत को अमेरिका का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार माना जा रहा है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि वेंस अपनी यात्रा के दौरान बेंगलुरु और दिल्ली जैसे प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों का भी दौरा करेंगे। इस दौरान वे कॉर्पोरेट नेताओं से मुलाकात कर अमेरिकी कंपनियों को भारत के तेजी से बढ़ते प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगे। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में भारत की उभरती भूमिका को देखते हुए, यह सहयोग वैश्विक तकनीकी प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश अपने आर्थिक संबंधों को और ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका, भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक बनकर उभरा है और वर्ष 2024 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 200 अरब डॉलर तक पहुंच गया। फार्मास्युटिकल्स, सूचना प्रौद्योगिकी और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत एक प्रमुख बाजार बना हुआ है।

रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भी अमेरिका और भारत के बीच सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों देशों ने संयुक्त सैन्य अभ्यास बढ़ाए हैं और महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इस यात्रा से इन प्रयासों को और बल मिलने की संभावना है, क्योंकि अमेरिका भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के प्रयासों का समर्थन करता है।

आधिकारिक बैठकों के अलावा, वेंस भारतीय जनता से सीधे संवाद करने और विभिन्न सांस्कृतिक व शैक्षिक कार्यक्रमों में भाग लेने की भी योजना बना रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वे कुछ प्रमुख शिक्षण संस्थानों का दौरा करेंगे, जहां वे अमेरिका और भारत के बीच शैक्षिक सहयोग को और प्रोत्साहित करने पर जोर देंगे।

सूत्रों के अनुसार, इस यात्रा में उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी उषा वेंस और उनके बच्चे भी होंगे। उनके परिवार के विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने की संभावना है, जिससे भारत और अमेरिका के साझा मूल्यों – लोकतंत्र, नवाचार और विविधता – को और मजबूती मिलेगी।

यह यात्रा अमेरिका-भारत संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ सकती है और आने वाले वर्षों में परस्पर सहयोग के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकती है।

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