उस्मान हादी का सुपुर्द-ए-खाक हुआ, नमाज-ए-जनाजे में शामिल हुआ मोहम्मद यूनुस
बांग्लादेश के छात्र नेता उस्मान हादी का शव सिंगापुर से ढाका लाया गया; माणिक मियां एवेन्यू में हजारों लोग शामिल हुए, सुरक्षा कड़ी।
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उस्मान हादी की मौत सिंगापुर में इलाज के दौरान हुई, उनके शव को ढाका लाया गया और सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
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नमाज-ए-जनाजे में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और हजारों लोग शामिल हुए।
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माणिक मियां एवेन्यू में भारी भीड़ जमा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम, सेना और पुलिस तैनात।
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दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग में सुरक्षा बढ़ाई गई; हिंसा की आशंका को देखते हुए बीएसएफ अलर्ट पर।
समग्र समाचार सेवा
ढाका | 20 दिसंबर: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार को छात्र नेता उस्मान हादी का शव पूरे सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उस्मान हादी की मौत सिंगापुर में पांच दिन तक चले इलाज के दौरान हुई थी, जहां उन्हें एक जनसभा के दौरान गोली लगने के बाद भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका और अंततः उनका निधन हो गया। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सिंगापुर से ढाका लाया गया, जहां अंतिम संस्कार से पहले नमाज-ए-जनाजे का आयोजन किया गया।
नमाज-ए-जनाजे में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस भी शामिल हुए। इस मौके पर वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, उस्मान हादी के परिजन और हजारों की संख्या में आम लोग मौजूद रहे। नमाज का नेतृत्व हादी के बड़े भाई मौलाना डॉ. अबु बकर सिद्दीकी ने किया।
जनाजे के दौरान पूरे इलाके में शोक और भावुक माहौल देखने को मिला। माणिक मियां एवेन्यू में नमाज-ए-जनाजे के दौरान भारी भीड़ जमा होने को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। सेना की गाड़ियां और पुलिस की विभिन्न इकाइयाँ लगातार पैट्रोलिंग करती रहीं। रैपिड एक्शन बटालियन सहित अन्य सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया था। इसके अलावा ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही थी, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन और हमलों की आशंका को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क बनी हुई हैं। इसी के तहत दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात से ही उच्चायोग के आसपास अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था भंग करने की कोशिश को सख्ती से रोका जाएगा।
इस बीच, मोहम्मद यूनुस ने मेमनसिंह में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या के मामले में सात संदिग्धों की गिरफ्तारी की जानकारी भी दी। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद लिमन सरकार, मोहम्मद तारेक हुसैन, मोहम्मद माणिक मिया, इरशाद अली, निजुमुद्दीन, आलमगीर हुसैन और मोहम्मद मिराज हुसैन शामिल हैं।
जनाजे के दौरान भारी भीड़ और तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पूरे बांग्लादेश में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सीमा पर भी बीएसएफ को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि हालात पूरी तरह नियंत्रण में बने रहें।
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