उत्तर प्रदेश: भाजपा विधायक को थप्पड़ मारना पड़ा भारी, अवधेश सिंह समेत 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में राजनीति एक बार फिर गरमा गई है, जब एक भाजपा विधायक को थप्पड़ मारने की घटना ने हलचल मचा दी। यह घटना प्रदेश के जौनपुर जिले में हुई, जहां भाजपा विधायक गौरव तिवारी को एक स्थानीय नेता द्वारा थप्पड़ मारा गया। इस घटना के बाद, विधायक के साथ-साथ उनके समर्थकों ने कार्रवाई की मांग की और मामले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

घटना का विवरण

यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब विधायक गौरव तिवारी एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान, स्थानीय नेता अवधेश सिंह ने विधायक से विवाद किया, जिसके बाद उन्होंने विधायक को थप्पड़ मारा। इस घटना के बाद, विधायक और उनके समर्थक भड़क उठे और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस कार्रवाई

विधायक की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अवधेश सिंह समेत 40 अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने विधायक की गरिमा को ठेस पहुंचाई और उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने का प्रयास किया।

पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद वे जांच कर रहे हैं और जल्द ही सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने क्षेत्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता घटना की निंदा कर रहे हैं और विधायक के समर्थन में खड़े हो रहे हैं। वहीं, विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर भाजपा पर हमला किया है और कहा है कि यह सरकार के प्रति बढ़ती असंतोष का प्रतीक है।

विपक्षी नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था का हाल इस कदर बिगड़ गया है कि अब विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं।

समर्थकों का आक्रोश

विधायक के समर्थकों ने घटना के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस के समक्ष नारेबाजी की। समर्थकों ने कहा कि ऐसे हमले लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की गरिमा के खिलाफ हैं और इसका कड़ा जवाब मिलना चाहिए।

निष्कर्ष

भाजपा विधायक गौरव तिवारी पर हुए हमले ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 40 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। यह घटना न केवल राजनीतिक हलचलों का संकेत है, बल्कि यह दर्शाती है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है और इस घटना का राजनीतिक प्रभाव क्या होता है।

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