उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज, 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर भी दलों की चालें शुरू

समग्र समाचार सेवा,

लखनऊ, 28 मई: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही 2027 विधानसभा चुनाव की राजनीतिक जमीन भी तैयार होने लगी है। सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने दावों को मजबूत करना शुरू कर दिया है। खासकर इंडिया गठबंधन के दो मजबूत घटक—कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा)—अब अलग-अलग रास्ते पर चलते दिख रहे हैं।

कांग्रेस पार्टी ने जहां साफ कर दिया है कि वह पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी, वहीं समाजवादी पार्टी ने भी परंपरागत रुख दोहराते हुए संकेत दिया है कि वह भी अपने दम पर मैदान में उतरेगी। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर छोड़ दिया है।

वीरेंद्र सिंह बोले – सपा उत्तर प्रदेश में “बड़ा भाई”

सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेता इमरान मसूद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “हो सकता है यह कांग्रेस का अधिकृत बयान हो। लेकिन सपा हमेशा से पंचायत चुनाव अकेले लड़ती रही है। गठबंधन को लेकर अंतिम निर्णय अखिलेश यादव ही लेंगे।”
उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा, “जिसके ज्यादा सांसद, वही बड़ा भाई। यानी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी बड़े भाई की भूमिका में है।”

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया ऐलान – पंचायत चुनाव अकेले लड़ेंगे

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि, “हम अपने कार्यकर्ताओं को अवसर देना चाहते हैं और इसीलिए कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।”

बीजेपी पर वीरेंद्र सिंह का हमला – विदेश नीति और आतंकवाद पर सवाल

सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बीजेपी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने पहलगाम हमले और उसके बाद सरकार की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा, “सीजफायर अमेरिका के कहने पर क्यों स्वीकार किया गया? विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को हमले की जानकारी क्यों दी?”
उन्होंने कहा कि, “सेना ने बहादुरी दिखाई है, लेकिन सरकार जवाब देने से बच रही है। भाजपा हर विषय का राजनीतिकरण करती है, रोड शो कर रही है, जबकि देश सवाल कर रहा है।”

‘इसी यूपी का डंका बजाते हो?’ – संजय सिंह का सीएम योगी पर हमला

मीट कारोबारियों के साथ मारपीट के मामलों पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “क्या यही है उत्तर प्रदेश की शान? कानून व्यवस्था की हालत यह है कि रोज किसी न किसी समुदाय के लोगों को टारगेट किया जा रहा है और सरकार चुप है।”

उत्तर प्रदेश की पंचायत राजनीति ने 2027 के विधानसभा चुनाव की दिशा तय करने की शुरुआत कर दी है। विपक्षी दलों के बीच तालमेल की बातें अब बयानबाज़ी और ‘बड़े भाई’ की राजनीति में उलझती नजर आ रही हैं। क्या INDIA गठबंधन इस प्रदेश में एकजुट हो पाएगा या फिर हर दल अपनी राह खुद तय करेगा—यह आने वाला वक्त बताएगा।

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