समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 14 नवंबर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को उत्तराखंड पुलिस ऐप में राज्य के सरकारी और अन्य कार्यालयों में कार्यरत महिलाओं के लिए स्व-पंजीकरण सुविधा का शुभारंभ किया, जो कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कामकाजी महिलाएं उत्तराखंड पुलिस एप में गौरा शक्ति विकल्प का उपयोग करके पंजीकरण करा सकती हैं। उनका मानना है कि कामकाजी महिलाओं को उनकी सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए ऐप के लिए पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
धामी ने उचित ऐप प्रचार के महत्व पर जोर दिया और सुझाव दिया कि इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक जिले में सेमिनार आयोजित किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि गौर शक्ति में प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाए और की गई कार्रवाई की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी करें।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि स्व-पंजीकरण सुविधा से कामकाजी महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने में मदद मिलेगी, जो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उनके लिए एक बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
अधिकारियों ने सीएम को बताया कि पंजीकरण में दी गई जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा और योजना के तहत प्रत्येक जिले में एक महिला सब इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी। इसी तरह हर थाने में एक महिला सब इंस्पेक्टर और एक महिला कांस्टेबल होती है।
जब उत्तराखंड पुलिस ऐप में गौरा शक्ति विकल्प का उपयोग करके पंजीकरण किया जाता है, तो संबंधित पुलिस स्टेशन की महिला एसआई महिला को कॉल करेगी और उसे सूचित करेगी कि पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो गई है। नियमित आधार पर फीडबैक भी मांगा जाएगा।
योजना के तहत ई-शिकायत दर्ज करने के लिए महिलाएं भी ऐप का उपयोग कर सकती हैं। गौर शक्ति विकल्प में महत्वपूर्ण फोन नंबर और उनके अधिकारों और कानूनों के बारे में जानकारी भी शामिल होगी।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगौली, एएस ह्यांकी, रविनाथ रमन, वी मुरुगेहन, महानिरीक्षक एपी अंशुमान और अन्य भी उपस्थित थे।
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