वाराणसी से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला तुफैल गिरफ्तार, महिला एजेंट नफीसा के इश्क में फंसा था

समग्र समाचार सेवा,

वाराणसी, 25 मई: ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद देश में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क पर लगातार प्रहार हो रहा है। अब तक कुल 15 पाकिस्तानी जासूसों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसी कड़ी में एक और खुलासा हुआ है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से मोहम्मद तुफैल नामक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

ISI की हैंडलर नफीसा के प्यार में फंसा तुफैल

तुफैल पाकिस्तान की ISI की सीनियर हैंडलर नफीसा के प्रेमजाल में फंसकर भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गया था। सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में आए दोनों के बीच नियमित बातचीत होने लगी। नफीसा ने तुफैल को यह विश्वास दिलाया कि वह एक साधारण लड़की है और भारत में रहने के सपने देखती है।

धीरे-धीरे नफीसा ने तुफैल को हनी ट्रैप में जकड़ लिया और उससे देश की संवेदनशील जानकारी माँगने लगी। तुफैल, नफीसा के कहने पर भारतीय सैन्य ठिकानों, रेलवे स्टेशनों और अन्य रणनीतिक स्थानों की तस्वीरें, वीडियो और GPS लोकेशन साझा करने लगा।

800 पाकिस्तानी नंबर और 19 व्हाट्सएप ग्रुप

तुफैल के मोबाइल की जांच में 800 पाकिस्तानी नंबर और 19 व्हाट्सएप ग्रुप्स का पता चला है, जिनमें वाराणसी और आजमगढ़ के युवाओं को जोड़ा गया था। इन ग्रुप्स में वह पाकिस्तानी मौलानाओं के कट्टरपंथी वीडियो साझा कर लोगों को भड़काने का प्रयास कर रहा था।

‘गजवा-ए-हिंद’ की मुहिम में शामिल होने की बात कबूली

पुलिस पूछताछ में तुफैल ने बताया कि वह खुद को ‘गजवा-ए-हिंद’ और हदीस के लिए लड़ने वाला सिपाही समझता है। उसने कबूला कि वह कन्नौज, हैदराबाद और पंजाब जैसे शहरों में कट्टरपंथी बैठकों में हिस्सा ले चुका है। उसके फोन में बाबरी मस्जिद का बदला लेने और भारत में जंग छेड़ने जैसी बातें रिकॉर्ड हैं।

सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, जांच जारी

वर्तमान में तुफैल से गहन पूछताछ जारी है और सुरक्षा एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि उसकी पहुंच कहां तक थी और कौन-कौन लोग उसके नेटवर्क से जुड़े थे। इससे पहले ज्योति मल्होत्रा सहित देशभर में कई अन्य पाकिस्तानी एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद ISI के बड़े जासूसी रैकेट का पर्दाफाश हो रहा है।

 

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