समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1 अप्रैल। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण इस समय चल रहा है। विपक्ष इस सत्र में केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर हमला बोल रहा है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतें वापस लेने के लिए भी उनकी ओर से प्रदर्शन किया गया। इस बीच संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही भी प्रभावित हो रही है। गुरुवार को राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने इस पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा में हो रही काम के घंटों की बर्बादी को कम करने की जरूरत है। राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने इस दौरान कहा कि यह परेशान करने वाली बात है कि पिछले 4 साल में राज्यसभा में कामकाज के घंटों में 35 फीसदी तक बर्बादी दर्ज की गई है। ऐसा हंगामे के कारण हुआ है। देरी होने से पहले इसे ठीक करने की जरूरत है।
72 सदस्यों का फयरवेल भी मनाया गया
वहीं गुरुवार को राज्यसभा के रिटायर हो रहे 72 सदस्यों का फयरवेल भी मनाया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारे राज्यसभा सदस्यों के पास अधिक अनुभव है। कभी कभी यह अनुभव शैक्षणिक अनुभव से अधिक सशक्त हो जाता है। हम रिटायर हो रहे सदस्यों से कहेंगे कि फिर आएं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमने संसद में काफी अधिक समय बिताया है। इस सदन ने हमारे जीवन में काफी योगदान दिया है।’
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे क्या बोले
वहीं कांग्रेस नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस दौरान कहा, ‘राज्यसभा स्थायी सदन है. कुछ यहां से रिटायर होंगे तो कुछ नए सदस्य आएंगे। यह हमेशा चलता रहेगा।’ उन्होंने कहा कि हमारे विचारों में भले ही मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम यह आश्वस्त करते हैं कि हम कुशलता से काम कर रहे हैं।
नायडू ने सांसदों व देश भर के विधायकों से जुनून के साथ बेहतर प्रदर्शन करने की अपील की
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को सभी सांसदों व देश भर के विधायकों से जुनून के साथ बेहतर प्रदर्शन करने और नियमों व प्रक्रियाओं का ईमानदारी से पालने करने की अपील की और कहा कि उन्हें अपने-अपने सदनों में व्यवधान पैदा करने से बचना चाहिए। नायडू ने यह बात राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे 72 सदस्यों को उच्च सदन में विदायी देते हुए कही। करीब 19 राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रहे इन सदस्यों का कार्यकाल मार्च से जुलाई के बीच पूरा होने जा रहा है।
ये सांसद राज्यसभा से हुए विदा
सेवानिवृत्त हो रहे इन सदस्यों में इनमें कांग्रेस के ए के एंटनी, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, भारतीय जनता पार्टी के सुरेश प्रभु, सुब्रमणियम स्वामी, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल आदि शामिल हैं। सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह जैसे मंत्री भी हैं। मनोनीत सदस्यों एम सी मैरीकॉम, स्वपन दासगुप्ता और नरेंद्र जाधव का भी कार्यकाल समाप्त हो गया है।
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