समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28दिसंबर। अनुभवी राजनयिक विक्रम मिस्री को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया है। विक्रम भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 1989 बैच के अधिकारी हैं। वह तीन वर्ष तक चीन में भारतीय राजदूत के रूप में कार्य किया है. इसी महीने 11 तारीख को उन्हें चीन में भारतीय राजदूत के पद से कार्यमुक्त किया गया था. उनके स्थान पर अब चीन में भारत के राजदूत के रूप में प्रदीप कुमार रावत की नियुक्ति हुई है।
बता दें कि विक्रम मिस्री ने विदेश मंत्रालय के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में विभिन्न पदों पर कार्य किया है इसके अलावा वे यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में विभिन्न भारतीय मिशनों में भी काम कर चुकें है। वह म्यांमार और स्पेन में भारत के राजदूत रह चुके हैं।
जून 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान विक्रम मिस्री ने दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत में हिस्सा लिया था।
विक्रम मिस्री साल 2012 से 2014 तक पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निजी सचिव रहे और साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो वह इस पद पर बने रहे और मई से जुलाई 2014 तक पीएम नरेंद्र मोदी ने निजी सचिव रहे।
साल 1997 में विक्रम मिस्री तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निजी सचिव रह चुके हैं.
विक्रम मिस्री का जन्म श्रीनगर में हुआ था. दिल्ली के हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन करने से पहले उन्होंने सिंधिया स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की थी. विक्रम के पास एमबीए की डिग्री भी है।
सिविल सर्विसेज में आने से पहले उन्होंने तीन साल तक एडवरटाइजिंग और एड फिल्म मेकिंग इंडस्ट्री में काम किया।
मिस्री राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करेंगे. वर्तमान में, राजिंदर खन्ना, पंकज सरन और दत्तात्रेय पडसलगीकर डिप्टी एनएसए के रूप में कार्यरत हैं।
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