सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील फली नरीमन का निधन, प्रधानमंत्री ने कहा – न्याय को सुलभ बनाने के लिए समर्पित किया जीवन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 फरवरी। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील फली एस नरीमन का निधन हो गया. उन्होंने 95 साल की उम्र में आज आखिरी सांस ली. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. नरीमन ने 1950 में बॉम्बे हाईकोर्ट से वकालत शुरू की थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘फली नरीमन सबसे उत्कृष्ट कानूनी दिमाग और बुद्धिजीवियों में से थे. उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों के लिए न्याय को सुलभ बनाने के लिए समर्पित कर दिया. उनके निधन से मुझे दुख हुआ है. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’

नरीमन कई ऐतिहासिक मामलों से जुड़े रहे हैं
अपने पूरे करियर के दौरान, नरीमन कई ऐतिहासिक मामलों से जुड़े रहे. उन्होंने एक आत्मकथा – व्हेन मेमोरी फ़ेड्स – भी प्रकाशित की, जिसमें उन्होंने एक अध्याय भोपाल गैस रिसाव मामले को समर्पित किया. 38 से भी कम उम्र में उन्होंने हाई कोर्ट के जज बनने के निमंत्रण को ठुकरा दिया था.

वह 1971 से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील थे और 1991 से 2010 तक बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था. नरीमन को पद्म भूषण और पद्म विभूषण सहित देश के कुछ सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘न केवल कानूनी बिरादरी बल्कि राष्ट्र ने बुद्धि और ज्ञान की एक महान हस्ती को खो दिया है.’

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