उपराष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष ने पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को उतारा मैदान में, एनडीए के सीपी राधाकृष्णन से सीधी टक्कर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अगस्त: भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव में सियासी तस्वीर साफ होती जा रही है। विपक्षी दलों ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। बुधवार को रेड्डी ने औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के कई बड़े नेता मौजूद रहे।

दरअसल, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का यह आखिरी दिन था। दूसरी ओर, एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन पहले ही अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इस तरह दोनों नेताओं के बीच अब सीधा मुकाबला तय हो गया है। चुनाव 9 सितंबर को होंगे और उसी दिन नतीजे भी घोषित किए जाएंगे।

रेड्डी का पहला बयान: “संविधान के प्रति प्रतिबद्ध”

नामांकन दाखिल करने के बाद बी. सुदर्शन रेड्डी ने कहा, “आज मुझे विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करने का सम्मान मिला है। मैंने यह कार्य पूरी विनम्रता, जिम्मेदारी और हमारे संविधान के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ किया।”

रेड्डी ने आगे कहा कि उनका मानना है कि भारत की असली ताकत हर नागरिक की गरिमा, संवैधानिक नैतिकता और “विविधता में एकता” में छिपी है।

“यह चुनाव किसी व्यक्ति का नहीं, विचार का है”

रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा, “यह चुनाव किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं है, बल्कि उस भारत के विचार को मजबूत करने का अवसर है, जिसकी कल्पना हमारे संविधान निर्माताओं ने की थी। एक ऐसा भारत जहां संसद ईमानदारी से काम करे, असहमति का सम्मान हो और संस्थाएं स्वतंत्र व निष्पक्ष हों।”

उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सभापति के रूप में संसदीय लोकतंत्र की सर्वोच्च परंपराओं की रक्षा करने के लिए जिम्मेदार होता है। यदि वे निर्वाचित होते हैं, तो इस जिम्मेदारी को निष्पक्षता, गरिमा और संवाद की मर्यादा के साथ निभाएंगे।

विपक्ष और जनता का आभार

रेड्डी ने कहा कि वे उन सभी विपक्षी दलों के आभारी हैं जिन्होंने उन पर भरोसा जताया। उन्होंने जनता का भी धन्यवाद किया और कहा कि “यह लोकतांत्रिक यात्रा न्याय, समानता और सद्भाव पर आधारित है। संविधान पर विश्वास और जनता पर उम्मीद के साथ मैं इस मार्ग पर आगे बढ़ रहा हूं।”

रेड्डी बनाम राधाकृष्णन: दक्षिण भारत से दो उम्मीदवार

दिलचस्प बात यह है कि इस बार उपराष्ट्रपति पद के दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से आते हैं। विपक्ष की ओर से पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी मैदान में हैं तो एनडीए की ओर से वरिष्ठ भाजपा नेता सीपी राधाकृष्णन। दोनों के बीच अब प्रतिष्ठा की सीधी जंग होगी।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 न केवल सियासी मुकाबला है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और संसदीय परंपराओं की कसौटी भी है। जहां एनडीए अपने उम्मीदवार राधाकृष्णन पर भरोसा जता रही है, वहीं विपक्ष ने रेड्डी को संविधान और न्याय के प्रतीक के रूप में पेश किया है। 9 सितंबर को यह तय हो जाएगा कि देश का नया उपराष्ट्रपति कौन होगा।

 

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