“उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: इंडिया ब्लॉक के बी. सुदर्शन रेड्डी बनाम एनडीए के सी.पी. राधाकृष्णन, नामांकन के साथ सियासी जंग तेज
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अगस्त: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 को लेकर दिल्ली की राजनीति गर्मा गई है। इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहे।
इसके अलावा शरद पवार, राम गोपाल यादव, डीएमके सांसद तिरुचि शिवा और शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत समेत कई विपक्षी नेता भी इस मौके पर उपस्थित थे। विपक्षी गठबंधन इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती की लड़ाई बता रहा है।
9 सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति चुनाव
भारत के उपराष्ट्रपति पद का चुनाव 9 सितंबर को आयोजित होगा और उसी दिन मतगणना भी होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त थी, जबकि उम्मीदवार 25 अगस्त तक नाम वापस ले सकते हैं।
यह पद जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से 21 जुलाई को रिक्त हुआ, जब संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ था। उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है।
एनडीए ने उतारा सी. पी. राधाकृष्णन को मैदान में
इसी बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके नामांकन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और जदयू नेता राजीव रंजन सिंह मौजूद थे।
नामांकन दाखिल करते समय पीएम मोदी ने राज्यसभा महासचिव और चुनाव अधिकारी पी.सी. मोदी को नामांकन पत्रों के चार सेट सौंपे। इन सेटों में मोदी, सिंह, शाह और राजीव रंजन सिंह मुख्य प्रस्तावक रहे।
विपक्ष बनाम सत्ता पक्ष की सीधी टक्कर
यह चुनाव पूरी तरह से इंडिया ब्लॉक बनाम एनडीए की सीधी जंग के रूप में देखा जा रहा है। विपक्ष जहां इसे लोकतंत्र और संस्थागत मूल्यों की लड़ाई बता रहा है, वहीं सत्ता पक्ष अपनी संख्या बल के आधार पर आत्मविश्वास से भरा है। खास बात यह है कि दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से आते हैं, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
उपराष्ट्रपति चुनाव अब केवल औपचारिकता नहीं रह गया है, बल्कि यह सत्ता और विपक्ष की ताकत का सीधा प्रदर्शन होगा। 9 सितंबर को नतीजे साफ करेंगे कि बी. सुदर्शन रेड्डी विपक्ष को एकजुट कर पाते हैं या फिर सी.पी. राधाकृष्णन अपने पक्ष में संख्याबल के सहारे उपराष्ट्रपति पद हासिल कर लेंगे।
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