उपराष्ट्रपति पद से धनखड़ के इस्तीफे के बाद मंथन तेज, बीजेपी जल्द तय करेगी नया नाम

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24 जुलाई: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद राजधानी दिल्ली की सियासी गलियों में सबसे बड़ा सवाल यही है—अब अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा? भाजपा नेतृत्व ने नए नाम पर गंभीरता से विचार करना शुरू कर दिया है और पार्टी सूत्रों के मुताबिक, चर्चाएं अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी हैं।

एनडीए को है बहुमत का भरोसा

लोकसभा और राज्यसभा दोनों में एनडीए गठबंधन को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है। ऐसे में नए उपराष्ट्रपति के चुनाव को लेकर बीजेपी को संख्या बल की कोई चुनौती नहीं दिख रही। पार्टी का फोकस अब सिर्फ इस पर है कि कौन सा चेहरा इस संवैधानिक पद की गरिमा को बनाए रखेगा और राजनीतिक संतुलन को साध सकेगा।

रामनाथ ठाकुर का नाम सिर्फ चर्चा तक

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में केंद्रीय मंत्री और जेडीयू सांसद रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चा तेज हुई, जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनसे मुलाकात की। लेकिन पार्टी सूत्रों ने साफ किया कि यह मुलाकात सौजन्य भेंट थी और उपराष्ट्रपति पद से इसका कोई संबंध नहीं है। जेडीयू से भी इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है।

अनुभवी और निर्विवाद छवि की तलाश

बीजेपी सूत्रों की मानें तो पार्टी किसी ऐसे नेता की तलाश में है जिसकी छवि मजबूत और विवादों से दूर रही हो। संभावना है कि इस बार भी किसी पूर्व राज्यपाल या संगठन में लंबे समय तक सेवा देने वाले नेता को चुना जाए, जैसा 2017 में वेंकैया नायडू के समय हुआ था।

नए नाम को लेकर कई चर्चाएं हैं, लेकिन फिलहाल पार्टी पूरी गोपनीयता बरत रही है ताकि कोई भ्रम या असमय विवाद न हो।

राज्यसभा की जिम्मेदारी फिलहाल हरिवंश सिंह के पास

धनखड़ ने 2022 में उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी, लेकिन कार्यकाल से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद अब राज्यसभा की कार्यवाही की जिम्मेदारी उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह संभाल रहे हैं। चूंकि संविधान में कार्यवाहक उपराष्ट्रपति की कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए औपचारिक नियुक्ति तब तक नहीं होगी जब तक नया उपराष्ट्रपति नहीं चुना जाता।

बीजेपी जल्द ही नए नाम की घोषणा कर सकती है, जिस पर राष्ट्रीय राजनीति की निगाहें टिकी हैं।

 

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