उपराष्ट्रपति का संबोधन: देश में हो रहा है शताब्दी का सबसे बड़ा बदलाव

कुमार राकेश

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22 सितम्बर। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत घोघला में फ्लैट्स के उद्घाटन समारोह में उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, “पिछले 10 वर्षों में एक बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान उन लोगों को मिल रहे हैं, जो सच्चे हकदार हैं। यह सम्मान अब गुदड़ी के लाल को मिल रहा है, और लोग यह कहते हैं कि सही व्यक्ति को मिला है। यही हाल भारत रत्न का भी है। इसका अर्थ है कि देश बदल रहा है।”

उन्होंने आगे कहा, “दुनिया में इस शताब्दी का सबसे बड़ा बदलाव भारत में हो रहा है, जहां विश्व की 1/6 जनसंख्या निवास करती है। आज के समय में भारत दुनिया का सबसे बड़ा बदलाव केंद्र बन चुका है। हजारों साल पहले भारत एक सशक्त राष्ट्र था, बीच में हम भटक गए थे, लेकिन पिछले दशक में हमने जो प्रगति की है, वह भारत को फिर से दुनिया का मुख्य केंद्र बना रही है।”

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “क्या आपने कभी कल्पना की थी कि सरकार की मदद से इस प्रकार का आवास बनेगा, जिसमें बिजली, गैस, टॉयलेट और अब सोलर सिस्टम भी होगा? यह देश बहुत बड़ा बदलाव देख रहा है, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता था। सबसे बड़ी बात यह है कि इन मकानों की मालिक महिलाएं हैं। मकान की चाबी महिला के पास है।”

उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “आज का सबसे बड़ा बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में हो रहा है। मेरी आप सबसे गुजारिश है कि अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। यहां पर जो प्लेग्राउंड और गार्डन मैंने देखा है, वह अद्भुत है।”

अपने संबोधन के अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा, “आज देश में जो कुछ भी मुमकिन हो रहा है, वह इसलिए हो रहा है क्योंकि मुमकिन कराने वाला व्यक्ति देश का नेतृत्व कर रहा है। देश के नेतृत्व में आज जल, थल, आकाश और अंतरिक्ष में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमें हर पल अपने देश के बारे में सोचना चाहिए, ताकि हम रामराज्य की ओर बढ़ सकें।”

उनके इस संबोधन ने जनता के दिलों में एक नया उत्साह भर दिया और यह स्पष्ट किया कि देश विकास की सही दिशा में अग्रसर है।

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