विजय दिवस: राष्ट्रपति मुर्मु और पीएम मोदी ने शहीदों को किया नमन
1971 युद्ध की ऐतिहासिक जीत को याद करते हुए शीर्ष नेतृत्व ने वीर सैनिकों के बलिदान को नमन किया
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विजय दिवस 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की निर्णायक जीत की याद में मनाया जाता है
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सैनिकों के साहस और राष्ट्रनिष्ठा को प्रेरणास्रोत बताया
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पीएम मोदी ने कहा कि सैनिकों के बलिदान ने देश के इतिहास में गौरव का अध्याय जोड़ा
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गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय सेनाओं की रणनीतिक क्षमता और पराक्रम की सराहना की
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 16 दिसंबर: विजय दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मु और पीएम मोदी की श्रद्धांजलि के साथ देश ने मंगलवार को 1971 के भारत-पाक युद्ध में मिली ऐतिहासिक जीत को याद किया। यह वही दिन है जब भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान को पराजित कर पूर्वी पाकिस्तान को स्वतंत्र बांग्लादेश के रूप में स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। इस अवसर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों को नमन किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर संदेश साझा करते हुए कहा कि भारत माता के वीर सपूतों का साहस, पराक्रम और मातृभूमि के प्रति समर्पण राष्ट्र को सदैव गौरवान्वित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि शहीद सैनिकों की वीरता और देशभक्ति आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। राष्ट्रपति ने भारतीय सेना के स्वदेशीकरण प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर रक्षा व्यवस्था भविष्य की चुनौतियों से निपटने में देश को सक्षम बना रही है।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हाल के सैन्य अभियानों में भारतीय सेना ने आधुनिक तकनीक, रणनीतिक दृढ़ता और आत्मनिर्भर संसाधनों का प्रभावी उपयोग कर अपनी क्षमता को साबित किया है। उन्होंने सभी सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए देश की सुरक्षा में उनके योगदान को अतुलनीय बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजय दिवस के अवसर पर कहा कि यह दिन उन बहादुर सैनिकों को याद करने का है जिनके साहस और बलिदान ने 1971 में भारत को ऐतिहासिक विजय दिलाई। पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि सैनिकों की निस्वार्थ सेवा और दृढ़ संकल्प ने न केवल देश की सीमाओं की रक्षा की, बल्कि भारत के इतिहास में गर्व का अध्याय जोड़ा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विजय दिवस देश की एकता, संप्रभुता और सैन्य शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने जोर दिया कि भारतीय सैनिकों की वीरता और अनुशासन आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेनाओं ने अदम्य साहस और सटीक रणनीति के बल पर पाकिस्तानी सेना को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया था। अमित शाह ने कहा कि यह जीत अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़े होने का वैश्विक उदाहरण बनी।
गृह मंत्री ने भारतीय सेनाओं की सैन्य क्षमता, अनुशासन और पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्र हमेशा अपने शहीदों का ऋणी रहेगा। विजय दिवस देश को यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता, सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए सैनिकों का योगदान सर्वोपरि है।
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