आयकर विभाग में फेसलेस ई-एसेसमेंट की शुरूआत होगी
नई पहल आकलन प्रक्रिया में ज्यादा दक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाएगी
एसेसमेंट यानी आकलन प्रक्रिया में ज्यादा दक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए फेसलेस यानी गुप्त ई-आकलन की शुरुआत कर आयकर विभाग अपनी कार्यप्रणाली में आदर्श बदलाव करने जा रहा है। अब करदाताओं और कर अधिकारियों का कोई आमना-सामना नहीं होगा।
नेशनल ई-एसेसमेंट केंद्र यानी राष्ट्रीय ई-आकलन केंद्र (एनईएसी) की स्थापना आयकर विभाग का बेहतर करदाता सेवा के बड़े उद्देश्य, करदाता की शिकायतों के निवारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रधानमंत्री के ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण और कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के अनुरूप उठाया गया है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण नई दिल्ली में कल केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में राष्ट्रीय ई-आकलन केंद्र (एनईएसी) का उद्घाटन करेंगी। इस अवसर पर राजस्व सचिव डा. अजय भूषण पांडेय, सीबीडीटी के अध्यक्ष श्री प्रमोद चंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरू से आयकर विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मल्टीमीडिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये जुड़ेंगे।
नई प्रणाली के तहत, करदाताओं को अपने पंजीकृत ईमेल के साथ-साथ वेब पोर्टल www.incometaxindiaefiling.gov.in पर पंजीकृत खातों पर भी नोटिस मिलेंगे। पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से भी समय पर अलर्ट भेजे जाएंगे। इसमें उन मामलों की जानकारी दी जाएगी, जिन्हें जांच के लिए चुना गया है। इन नोटिस का जवाब करदाता अपने आवास या कार्यालय में आसानी से तैयार कर सकते हैं और राष्ट्रीय ई-आकलन केंद्र द्वारा नामित वेब पोर्टल पर उक्त को अपलोड कर ई-मेल से भेज सकते हैं।
यह करदाताओं के लिए अनुपालन को आसान बनाने की खातिर सीबीडीटी द्वारा की गई एक और पहल है।
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