पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर फंसे भारतीय छात्रों से मिले वीके सिंह

समग्र समाचार सेवा

पौलेंड3 मार्च। यूक्रेन-रूस के बीच चल रहा युद्ध भारतीय छात्रों के लिए एक नई मुसीबत लेकर आया है। जान बचाने के लिए छात्रों ने कई किलोमीटर तक का सफर पैदल ही तय किया। जैसे-तैसे यूक्रेन की सीमाओं तक पहुंचे। वहीं केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह भी पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पहुंच गए। यहां उन्होंने सीमा पर फंसे छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने छात्रों को भोजन और पानी वितरित किया।

जल्द ही पोलैंड में प्रवेश की सुविधा दी जाएगी

छात्रों से मुलाकात के बाद केंद्रीय वीके सिंह ने कहा कि सीमा पर फंसे छात्रों को जल्द ही पोलैंड में प्रवेश की सुविधा दी जाएगी फिर यहां से उन्हें भारत भेजा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र थक चुके हैं। लेकिन छात्र इस बात से खुश हैं कि उनको उनकी मातृभूमि पर वापस जल्द पहुंचा दिया जाएगा। इस बारे में वीके सिंह ने ट्वीट भी किया उन्होंने कहा कि छात्रों का मनोबल ऊंचा है मैं उनकी बहादुरी से प्रभावित हूं। जय हिंद..

भारत की राजदूत नगमा मल्लिक के साथ छात्रों से मिले वीके सिंह

अगर देखा जाता है कि विदेशों में युद्ध की स्थिति में फंसे लोगों को निकालने के लिए वीके सिंह को ही देखा जाता है। इस बार भी भारत सरकार ने वीके सिंह को निकासी प्रक्रिया की निगरानी के लिए विशेष दूत नियुक्त किया था। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मल्लिक के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए बुडोमिर्ज का दौरा किया।

भारतीय नागरिकों के लिए पोलैंड सीमा पर प्रवेश बिंदु बनाया गया

पोलैंड के वारसॉ में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने पश्चिमी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए पोलैंड सीमा पर प्रवेश बिंदु बनाया है। दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि ल्वीव, टेरनोपिल और पश्चिमी यूक्रेन के अन्य स्थानों में फंसे रहने वाले छात्रों सहित भारतीय नागरिक पोलैंड में अपेक्षाकृत जल्दी प्रवेश के लिए बुडोमिर्ज सीमा चेक-पॉइंट पर जल्द से जल्द यात्रा कर सकते हैं।

अधिकारियों को मेड्यका और बुडोमिर्ज सीमा चौकियों पर तैनात किया है

साथ ही अधिकारियों ने भारतीय नागरिकों को शेहिनी-मेड्यका सीमा पार करने से बचने की भी सलाह दी है क्योंकि वहां काफी भीड़भाड़ है। भारतीय दूतावास ने अपने अधिकारियों को मेड्यका और बुडोमिर्ज सीमा चौकियों पर तैनात किया है ताकि सभी निकासी प्राप्त की जा सकें और भारत की यात्रा की सुविधा मिल सके।

किरेन रिजिजू भी पहुंचे सीमा पर

इस बीच, सरकार के एक अन्य विशेष दूत केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू फंसे हुए भारत को निकालने की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए यूक्रेन के साथ सीमा के पास स्लोवाकिया में कोसिसे पहुंचे हैं। स्लोवाकिया में भारत के राजदूत वनलालहुमा और ब्रसेल्स में भारतीय दूतावास में पहले सचिव पंकज फुकन भी ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत निकासी मिशन की सुविधा के लिए वहां पहुंच गए हैं।

केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने की स्वदेश लौटे भारतीयों से बात

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यूक्रेन से स्वदेश लौटे लगभग 200 भारतीय नागरिकों के साथ बातचीत की। यह जत्था रोमानिया के बुखारेस्ट से एक इंडिगो की विशेष उड़ान से उतरा था।

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