राष्ट्रहित में मतदान करें – मतदान शत् प्रतिशत हो

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27जनवरी। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। प्रत्येक 5 वर्षों के पश्चात् राष्ट्रीय निर्वाचन का महापर्व आता है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के संचालन हेतु मतदान अत्यन्त आवश्यक है। यह हमारा राष्ट्रधर्म भी है। निर्वाचन की तिथियों की घोषणा कभी भी हो सकती है।

विश्व हिन्दू परिषद का प्रन्यासी मण्डल हिन्दू समाज से आह्वान करता है कि अपने निजी स्वार्थ, जातिगत अभिनिवेश, भाषावाद, सम्प्रदायवाद व क्षेत्रवाद आदि भेदभावों को छोड़कर राष्ट्रहित में मतदान अवश्य करें। यह निर्वाचन भारत के भविष्य को निर्धारित करने वाला है। आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित, समृद्ध और शक्तिशाली भारत सौंपना हम सबका सामूहिक दायित्व है। इस कार्य के लिए ऐसी सरकार का निर्वाचन आवश्यक है जो भारतीय संस्कृति व जीवन मूल्यों का सम्मान तथा उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो।

विश्व हिन्दू परिषद का प्रन्यासी मण्डल हिन्दू समाज से आह्वान करता है कि मतदान को राष्ट्रीय कर्तव्य मानते हुए स्वयं सपरिवार मतदान करें। राष्ट्रहित के लिए ‘नोटा’ का प्रयोग न करें। यह सुनिश्चित करें कि अपने सभी योग्य मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अवश्य हों तथा मोहल्ले/गांव में सौ प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करावें। मतदान के दिन ‘पहले मतदान-फिर कुछ और काम’ का संकल्प समाज को दिलाना होगा।

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